संगीता ढौंडियाल के गीतों ने बांधा समा
संवाद सहयोगी, नई टिहरी: टीएचडीसी भागीरथीपुरम के 27वें स्थापना दिवस पर आयोजित सास्कृतिक संध्या में लोक गायिका संगीता ढौंडियाल के गीतों ने समा बांधा। उनके सांस्कृतिक दल की प्रस्तुति की खूब सराहना हुई।
भागीरथीपुरम में आयोजित सास्कृतिक संध्या का शुभारंभ टीएचडीसी के अधिशासी निदेशक डीके गोविल ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया। उन्होंने कहा कि कर्मचारियों के सहयोग से बांध में बिजली उत्पादन हुआ। अब कर्मचारी-अधिकारी कड़ी मेहनत से द्वितीय चरण की पीएसपी (पंपिंग स्टोरेज प्लाट) परियोजना का समय पर निर्माण पूरा करवाने में सहयोग कर रहे हैं। सास्कृतिक संध्या पर लोक गायिका संगीता ढौंडियाल ने 'ह्यूंद का दिन बौड़ी ऐ गिन' 'खाई काखुड़ी झिलमिला', 'लोण पिस्यू सिलोटा मा' गीत से लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया। गायिका पूनम सती ने 'मन भरमैगी मेरू' गीत प्रस्तुत किया। हास्य कलाकार राजेश जोशी ने चुटकलों से दर्शकों को खूब गुदगुदाया। रेनू बाला, भीमा, सत्येंद्र भट्ट सहित कई कलाकारों ने गीत व नृत्य प्रस्तुत किया। इस मौके पर टीएचडीसी के महाप्रबंधक एसआर मिश्रा, अपर महाप्रबंधक विजय गोयल, विद्याराजे शाही, यूके ठाकुर, मुहरमणि, केपी अग्रवाल, डॉ. एएन त्रिपाठी, भारती डिमरी, वरिष्ठ प्रबंधक मनवीर सिंह नेगी, यतवीर चौहान, जेएल नारग, जॉन डेविड, गोवर्द्धन नौटियाल आदि मौजूद थे।
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