Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    गर्मियां शुरू होने से पहले ही पेयजल संकट गहराया

    By Gaurav KalaEdited By:
    Updated: Mon, 20 Feb 2017 06:30 AM (IST)

    रुद्रप्रयाग में पेयजल निगम की ओर से नगर में लिफ्ट पंपिंग योजना का प्रस्ताव शासन को भेजा था, लेकिन उसे भी आज तक स्वीकृति नही मिल सकी है।

    Hero Image
    गर्मियां शुरू होने से पहले ही पेयजल संकट गहराया

    रुद्रप्रयाग, [जेएनएन]: गर्मियां शुरू होने से पहले नगर रुद्रप्रयाग में पेयजल का संकट गहराने लगा है। जिससे नगरवासियों को पानी के लिए दर-दर भटकना पड़ रहा है। नगर के कई वार्ड में पेयजल की नियमित आपूर्ति नही हो पा रही है। यही हाल रहा तो आगामी यात्रा सीजन में समस्या विकराल रूप धारण कर सकती है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    पेयजल निगम की ओर से नगर में लिफ्ट पंपिंग योजना का प्रस्ताव शासन को भेजा था, लेकिन उसे भी आज तक स्वीकृति नही मिल सकी है।

    यह भी पढ़ें: दो साल बाद भी दुरस्त नहीं हो सकी पेयजल योजना

    वर्ष 2003 में नगर पंचायत रुद्रप्रयाग को नगर पालिका का दर्जा मिला था। तब से अब तक नगर में व्याप्त मुख्य समस्या पेयजल को लेकर प्रशासन एवं नगर की ओर से कोई कार्रवाई नही हो सकी है। नगर में बूढ़ी पेयजल लाइनों से ही पेयजल की सप्लाई हो रही है। प्रतिवर्ष गर्मी का सीजन शुरू होते ही नगर में पेयजल का संकट खड़ा हो जाता है, लेकिन इस बार गर्मी से पहले ही पेयजल की किल्लत शुरू हो गई है।

    यह भी पढ़ें: संस्कृत आवासीय महाविद्यालय में गहराया पानी का संकट

    नगर के गुलाबराय, भाणाधार, माई की मंडी, अपर बाजार, महादेव मौहल्ला, सुमेरपुर, बेला खुरड समेत कई वार्डो में पानी की नियमित सप्लाई नही हो पा रही है। जिससे नगरवासियों को दो चार होना पड़ रहा है। पुनाड़ पेयजल स्रोत पर पानी की मात्रा कम होने से नगर के कई वार्डो में नियमित पानी की सप्लाई नही हो पा रही है। गर्मी के सीजन में टैंकरों के माध्यम से ही पानी की सप्लाई करनी पड़ती है।

    यह भी पढ़ें: सात दिन में सिर्फ एक बार पानी, गुस्साए ग्रामीणों का हल्ला बोल

    लगभग छह वर्ष पूर्व जल संस्थान ने अलकनंदा नदी से लिफ्ट पंपिग योजना का सर्वे कराया था, लेकिन वह सफल नही हो सकी। फिर इसके बाद पिछले वर्ष पेयजल निगम ने शासन को लिफ्ट पंपिंग योजना का प्रस्ताव बनाकर भेजा था, लेकिन अभी तक योजना को स्वीकृति नही मिल सकी है।वही जल संस्थान के अधिशासी अभियंता एसके गुप्ता का कहना है कि मामला संज्ञान मे है। पेयजल की नियमित आपूर्ति के प्रयास किए जाएंगे।

    यह भी पढ़ें: पांच वर्षो से पानी की किल्लत झेल रहे ग्रामीण