राष्ट्रपति को केदारनाथ मंदिर तक ले जाने वाले दो वाहन अनफिट
केदारनाथ में हेलीपैड से मंदिर तक की दूरी तय करने के लिए राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के लिए तैयार किए गए तीन एटीवी वाहनों में से दो को परिवहन विभाग ने अनफिट करार दिया है।
रुद्रप्रयाग, [जेएनएन]: केदारनाथ में हेलीपैड से मंदिर तक 300 मीटर की दूरी तय करने के लिए राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के लिए तैयार किए गए तीन एटीवी (ऑल ट्रेन व्हीकल) वाहनों में से दो को परिवहन विभाग ने अनफिट करार दिया है। अलबत्ता, एक वाहन फिट पाया गया। चूंकि इन वाहनों का रजिस्ट्रेशन नहीं होता, इसलिए प्रशासन की ओर से इनका फिटनेस प्रमाण पत्र मांगा गया।
राष्ट्रपति की अधिक उम्र और केदारनाथ के उच्च हिमालयी क्षेत्र में होने के कारण प्रशासन कोई भी जोखिम उठाने को तैयार नहीं है। हेलीपैड से मंदिर तक आने-जाने में राष्ट्रपति को कोई दिक्कत न हो इसके लिए प्रशासन ने उनके लिए एटीवी वाहन की व्यवस्था की है। साथ ही आवश्यकता पडऩे पर पालकी भी सुरक्षित रखी गई है। हालांकि, यह राष्ट्रपति पर निर्भर होगा कि वे पैदल आना-जाना चाहते हैं अथवा एटीवी वाहन से।
पढ़ें-राष्ट्रपति के साथ कुल पुरोहित भी पहुंचेंगे केदारधाम
बता दें कि बर्फ में चलने वाले एटीवी का कोई रजिस्ट्रेशन नहीं होता। सो, इस वाहन पर राष्ट्रपति के बैठने को लेकर प्रशासन ने सरकार से सुझाव मांगा। इसी क्रम में परिवहन विभाग के अधिकारी एटीवी वाहनों की फिटनेस जांचने शनिवार को केदारनाथ पहुंचे। जांच के दौरान दो वाहनों में खामियां पाई गईं।
एआरटीओ पंकज श्रीवास्तव ने बताया कि दो वाहनों में वाइपर खराब होने के साथ अन्य खामियां भी मिलीं। इसलिए इन्हें अनफिट करार दे दिया गया। जबकि, फिट मिले एक एटीवी वाहन को फिटनेस प्रमाण पत्र जारी कर दिया गया।
पढ़ें:-सपरिवार केदारनाथ के दर्शन करेंगे राष्ट्रपति
राज्यपाल व सीएम भी बैठ चुके एटीवी में
बर्फ में चलने वाले एटीवी वाहन की सैर केदारनाथ में राज्यपाल डॉ. केके पॉल व मुख्यमंत्री हरीश रावत भी कर चुके हैं। वे कपाट बंद होने के दौरान जनवरी में केदारनाथ गए थे। अब 28 सितंबर को राष्ट्रपति बिना रजिस्ट्रेशन वाले इस वाहन में बैठते हैं या नहीं, यह उन्हीं पर निर्भर करेगा।
पढ़ें-उत्तराखंड में अब चार नहीं तीन दिन रहेंगे राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी