अधूरे कार्य बने पीड़ितों के लिए मुसीबत
संवाद सहयोगी, रुद्रप्रयाग : सिंचाई विभाग के बनाए गए आधे अधूरे सुरक्षा निर्माण कार्य पीड़ितों के साथ ही विभाग के लिए भी मुसीबत बन गए हैं। कई स्थानों पर मंदाकिनी नदी के कटाव से लाखों रुपये की लागत से बने अधूरे निर्माण कार्य क्षतिग्रस्त हो गए हैं।
गत वर्ष मंदाकिनी नदी में आई बाढ़ के कारण कई कस्बों में भारी कटाव हो गया था। नदी के रुख बदलने से तबाही का ग्राफ काफी अधिक हो गया था। ऐसे में बाढ़ सुरक्षा कार्य समय पर शुरू न होने से बरसात के पहले कार्य पूरा नहीं हो पाया। इससे नदी का कटाव फिर शुरू हो गया है। सुमाड़ी, पाठो तोक, विजयनगर, सिल्ली कस्बों में बने आधे अधूरे निर्माण कार्य को मंदाकिनी नदी में बढे़ जलस्तर से नुकसान पहुंचा है। इन क्षेत्रों में नदी का कटाव भी जारी है। हालांकि अभी तक मंदाकिनी का जलस्तर खतरे के निशान को पार नहीं किया है। यदि जलस्तर बढ़ गया तो इन क्षेत्रों में कटाव शुरू हो जाएगा।
बाढ़ सुरक्षा कार्यो का आधा अधूरा निर्माण कार्य प्रभावित क्षेत्रों के लिए साथ साथ सिंचाई विभाग के लिए मुसीबत बन गया है। सुरक्षा दीवार न होने से नदी का पानी बढ़ने की स्थिति में लोग भयभीत हो रहे हैं। कई स्थानों पर नदी के कारण मिट्टी का कटाव होना भी शुरू हो गया है।
नदी के कटाव से इन क्षेत्रों में हुआ खतरा
सुमाड़ी, पाठो ताक, जवाहरनगर, गंगानगर, विजयनगर, सिल्ली, चन्द्रापुरी, स्लाससौड़
बाढ़ सुरक्षा कार्य चल रहे हैं, अभी पूरे नहीं हुए हैं। जो नुकसान हुआ होगा, उसे ठीक किया जाएगा।
बीसएस यादव, अधिशासी अभियंता, सिंचाई विभाग