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रुद्रप्रयाग में बारह वर्ष बाद भी नहीं बना मोटर पुल

रुद्रप्रयाग में महत्वपूर्ण बाईपास योजना के प्रथम फेस का निर्माण कार्य आज तक पूरा नहीं हो सका है। ऐसे में शहर में वनवे ट्रैफिक होने से भारी वाहनों को काफी दिक्कतें उठानी पड़ती है।

By Sunil NegiEdited By: Published: Mon, 20 Mar 2017 02:57 PM (IST)Updated: Tue, 21 Mar 2017 04:00 AM (IST)
रुद्रप्रयाग में बारह वर्ष बाद भी नहीं बना मोटर पुल
रुद्रप्रयाग में बारह वर्ष बाद भी नहीं बना मोटर पुल
रुद्रप्रयाग, [जेएनएन]: शहर में जाम की समस्या से निजात दिलाने के लिए महत्वपूर्ण बाईपास योजना के प्रथम फेस का निर्माण कार्य आज तक पूरा नहीं हो सका है। ऐसे में शहर में वनवे ट्रैफिक होने से बाईपास पर बने अस्थायी पुल से आवागमन करने में भारी वाहनों को काफी दिक्कतें उठानी पड़ती है।
वर्ष 2004-05 में तत्कालीन केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री मेजर जनरल(सेनि) भुवन चंद्र खंडूड़ी ने रुद्रप्रयाग शहर के लिए बाईपास योजना को स्वीकृति दी थी। सीमा सड़क संगठन ने जवाड़ी बाईपास से जगतोली तक लगभग 52 करोड़ की लागत का प्रस्ताव शासन को भेजा था। इसके बाद बीआरओ ने योजना को स्वीकृति मिलने के बाद प्रथम फेस में अस्थायी पुलों के माध्यम से लगभग चार किमी मोटरमार्ग का निर्माण कार्य शुरू किया। 
मोटरमार्ग के साथ ही एक स्थायी पुल का निर्माण कार्य पूरा हुए लंबा समय बीत चुका है, लेकिन अभी तक योजना के एक स्थायी पुल का निर्माण कार्य आज तक पूरा नहीं हो सका है। ताज्जुब इस बात का है कि पिछले 12 वर्षो से इस परियोजना के प्रथम चरण का कार्य भी पूरा नहीं हो सका है। वर्ष 2013 जून माह में आई आपदा के समय कार्यदायी संस्था कैलाश बिल्डर प्राईवेट कंपनी ने पुल के नीचे जो सपोर्ट लगाए गए थे, वह अलकनंदा नदी का जलस्तर बढ़ने से बह गए थे। 
इसके अलावा आपदा के दौरान वैली ब्रिज के साथ ही बाईपास सड़क कई स्थानों पर क्षतिग्रस्त होने से कई महीनो तक वनवे ट्रैफिक का संचालन भी बंद रहा।  वर्तमान में यहां पर अस्थायी वैली ब्रिज पुल से वाहनों का आगमन हो रहा है। चारधाम यात्रा के समय शहर में वाहनों का दबाव बढ़ने से जाम की समस्या खड़ी हो जाती है। ऐसे में यहां पर वाहनों के लिए बनाया गया मोड़ भी काफी खतरनाक है। 
ऐसे में आगामी यात्रा सीजन को शुरू होने में मात्र 40 दिनो का समय बचा है, लेकिन इस बार भी यात्रा से पूर्व तैयार नहीं हो पाएगा। यहीं नहीं अभी योजना के दूसरे चरण मे लोनिवि कालोनी के पास से सुरंग बनाकर कोटेश्वर मार्ग पर निकलने के साथ ही एक अस्थायी पुल का निर्माण कार्य होना बाकी है। इसके बाद ही बाईपास योजना का कार्य पूरा हो सकेगा। 
उधर, रुद्रप्रयाग के एडीएम तीर्थपाल सिंह का कहना है कि बाईपास पुल निर्माण के लिए संबंधित कार्यदायी संस्था को शीघ्र निर्माण कार्य पूरा करने के निर्देश दिए गए है। जिससे अस्थायी पुल से यातायात सुचारू हो सके। शहर में लगने वाले जाम से निजात मिल सके।

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