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शीतकाल में ठप पड़ जाएंगे केदारनाथ पुनर्निर्माण कार्य

संवाद सहयोगी, रुद्रप्रयाग: शीतकाल शुरू होते ही केदारनाथ चल रहे पुनर्निर्माण ठप पड़ जाएंगे। नवंबर से क

By Edited By: Published: Mon, 29 Sep 2014 04:51 PM (IST)Updated: Mon, 29 Sep 2014 04:51 PM (IST)
शीतकाल में ठप पड़ जाएंगे केदारनाथ पुनर्निर्माण कार्य

संवाद सहयोगी, रुद्रप्रयाग: शीतकाल शुरू होते ही केदारनाथ चल रहे पुनर्निर्माण ठप पड़ जाएंगे। नवंबर से केदारनाथ में तापमान शून्य डिग्री से नीचे चला जाता है, ऐसे में वहां रहना काफी कठिन हो जाता है। नवंबर से मार्च महीने तक यहां काम करना आसान नहीं होगा। इससे आने वाले यात्रा सीजन की तैयारियां भी बाधित होंगी।

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केदारनाथ में इन दिनों पुनर्निर्माण के कार्य चल रहे हैं। मंदिर के सौन्दर्य समेत मंदाकिनी नदी के कटाव को रोकने का कार्य किया जा रहा है। शीतकाल शुरु होते ही सभी कार्य ठप पड़ जाएंगे। कई कार्य ऐसे हैं जिन्हें पूरा किया जाना है। गत वर्ष जून माह में आई आपदा के बाद अभी केदारनाथ में सीमित निर्माण कार्य ही हो पाए हैं। अभी केदारपुरी को बसाए जाने के लिए कार्य होना शेष है। मंदिर के कपाट बंद होने के बाद नवंबर से मार्च तक कार्य करना संभव नहीं है। आने वाले यात्रा सीजन में भी इस सीजन की भांति सीमित यात्री ही जा सकेंगे।

नवंबर माह में भैयादूज के दिन यानी 25 तारीख को भगवान केदारनाथ के कपाट बंद हो जाएंगे। केदारनाथ में नवंबर माह से ही बर्फबारी होने का सिलसिला शुरू हो जाता है। दिसंबर, जनवरी और फरवरी को यहां भारी मात्रा में बर्फ गिरती है। आने वाले यात्रा सीजन को लेकर भी स्थानीय व्यापारियों और तीर्थपुरोहितों को चिंता सताने लगी है। इस बात की संभावना अधिक है कि आने वाले यात्रा सीजन में भी केदारनाथ सीमित यात्री ही जा सकेंगे।

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केदारनाथ में जब तक मौसम ठीक रहेगा पुनर्निर्माण के कार्य कराए जाते रहेंगे। अधिक बर्फबारी के बाद वहां कार्य कराना संभव नहीं होगा।

अजय कोठियाल

उप प्रमुख, स्पेशल टास्क फोर्स केदारनाथ

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आने वाले यात्रा सीजन में भी मौजूदा सीजन की तरह सीमित यात्री ही केदारनाथ जाने की उम्मीद है। सरकार यहां के व्यापारियों और तीर्थपुरोहितों के हितों का ध्यान नहीं रख रही है।

दिनेश बगवाड़ी

तीर्थपुरोहित, केदारनाथ/पूर्व दायित्वधारी


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