उत्तराखंड चुनाव: मनाने का दौर शुरू, पर आशा मानी न कंडारी
उत्तराखंड विधानसभा चुनाव 2017 भाजपा की ओर से टिकट न मिलने पर दो बार विधायक रह चुकी आशा नौटियाल और पूर्व मंत्री मातबर सिंह कंडारी ने चुनाव लड़ने का एलान किया है।
रुद्रप्रयाग, [बृजेश भट्ट]: केदारनाथ विधानसभा सीट पर भाजपा से दो बार विधायक रह चुकी आशा नौटियाल के चुनाव लड़ने के एलान ने भाजपा में बेचैनी बढ़ा दी है। पार्टी के वरिष्ठ नेता बुधवार को उन्हें मनाने के प्रयासों में जुटे रहे। पार्टी नेताओं ने पूर्व मंत्री मातबर सिंह कंडारी से भी पार्टी प्रत्याशी के पक्ष में खड़ा होने की अपील की। वहीं, भाजपा के रुद्रप्रयाग जिलाध्यक्ष डॉ. आंनद वोहरा को पार्टी नेतृत्व ने देहरादून बुलाया है।
प्रबल दावेदारी के बावजूद उत्तराखंड विधानसभा चुनाव के लिए टिकट कटने से खफा पूर्व विधायक आशा नौटियाल पार्टी प्रत्याशी के खिलाफ मैदान में उतरने को तैयार हैं। इसे देखते हुए पार्टी नेतृत्व ने उन्हें मनाने के प्रयास तेज कर दिए हैं। प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट ने बुधवार को आशा नौटियाल से दूरभाष पर संपर्क साधा और टिकट को लेकर पार्टी के निर्णय पर फिर से विचार करने का भरोसा दिलाया।
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प्रदेश संगठन के अन्य नेताओं ने भी उनसे संपर्क कर भाजपा को मजबूत करने की अपील की। लेकिन, बताते हैं कि उन्होंने साफ इन्कार कर दिया।यह भी पढ़ें: उत्तराखंड विधानसभा चुनाव 2017: टिकट बंटते ही उभरा पार्टी में असंतोष इसके साथ ही रुद्रप्रयाग विस सीट से चुनाव लड़ने की बात कह रहे पूर्व मंत्री मातबर सिंह कंडारी को भी प्रदेश अध्यक्ष भट्ट ने फोन कर वार्ता के लिए बुलाया। साथ ही आश्वासन दिया कि उनकी नाराजगी को पार्टी हाईकमान तक पहुंचाया जाएगा। लेकिन, कंडारी की नाराजगी दूर नहीं हो पाई है और वह अपने समर्थकों के साथ चुनाव लड़ने की तैयारियों में जुट गए हैं। यह भी पढ़ें: एसेंबली इलेक्शनः उत्तरकाशी में भाजपा के असंतुष्ट बागी बनने को तैयार पार्टी प्रत्याशियों के प्रति बढ़ रहे इस असंतोष को देखते हुए प्रदेश नेतृत्व ने जिलाध्यक्ष आनंद वोहरा को देहरादून बुलाया है। बताया जा रहा कि उन्हें रुद्रप्रयाग व केदारनाथ सीट से पार्टी के अधिकृत प्रत्याशी भरत सिंह चौधरी व शैलारानी रावत के पक्ष में कार्यकर्ताओं को एकजुट करने के लिए निर्देशित किया जाएगा। यह भी पढ़ें: उत्तराखंड चुनाव 2017: भाजपाई असंतुष्टों का चुनावी जंग का ऐलान दूसरी ओर भाजपा के पूर्व मीडिया प्रभारी वीर सिंह रावत का कहना है कि पार्टी को टिकट के मसले पर जल्द पुनर्विचार करना चाहिए। ऐसा न होने पर पार्टी को इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा। यह भी पढ़ें: उत्तराखंड विधानसभा चुनाव: कांग्रेस को झटका दे ही गए एनडी उत्तराखंंड चुनाव से संबंधित खबरों केे लिए यहां क्लिक करेंं--