त्रिशंकु बनी बसुकेदार तहसील
रविंद्र कप्रवाण, रुद्रप्रयाग जिले में चौथी तहसील के रूप में खोली गई बसुकेदार तहसील दो वर्ष बाद भी
रविंद्र कप्रवाण, रुद्रप्रयाग
जिले में चौथी तहसील के रूप में खोली गई बसुकेदार तहसील दो वर्ष बाद भी मातृ शिशु कल्याण के तीन कमरों में संचालित हो रही है। तहसील में अभी तक न ही स्थायी एसडीएम की तैनाती हो सकी है और तहसीलदार व अन्य स्टाफ की। इससे तहसील से जुडे़ स्थानीय लोगों के प्रमाणपत्रों के साथ ही अन्य कार्य नहीं हो रहे हैं।
जिले की रुद्रप्रयाग, जखोली व ऊखीमठ तहसीलों के छह पटवारी क्षेत्रों की 66 ग्राम पंचायतों को मिलाकर बसुकेदार तहसील निर्माण हुआ था। इसमें न्याय पंचायत फुटगढ़, स्यूंर, बष्टा, पठालीधार, भीरी, च्रद्रापुरी शामिल हैं। शुरुआत में कई ग्राम पंचायतों में इसमें शामिल होने का विरोध भी किया, लेकिन बाद में स्थिति सामान्य हो गई। वर्तमान में तहसील कार्यालय बसुकेदार में स्थित मातृ एवं शिशु कल्याण भवन के तीन कमरों में संचालित हो रही है। तहसील को स्थापित हुए दो वर्ष से अधिक समय बीत चुका है, लेकिन अभी तक तहसील में एसडीएम, तहसीलदार समेत कई पदों पर स्थायी नियुक्ति नहीं हो सकी है। तहसील में एक नाजिर, एक कानूनगो व एक कम्प्यूटर ऑपरेटर ही तैनात है। जखोली तहसील के अधिकारियों को इसका अतिरिक्त चार्ज दिया है।
स्थानीय निवासी राजीव लोचन भट्ट और सविता आर्य का कहना है कि तहसील में भवन निर्माण के लिए भूमि का सर्वेक्षण कार्य लंबे समय से चल रहा है, लेकिन अभी तक कार्यालय के लिए अभी तक स्थान का सही चयन नहीं हो पाया है। एसडीएम व तहसीलदार की स्थायी नियुक्ति न होने से स्थानीय जनता के कई प्रमाणपत्रों के साथ कई महत्वपूर्ण कार्य समय से पूरे नहीं हो पाते हैं।
तहसील में शामिल गांव
किमाणा, दानकोट, रायडी, कूडी अदूल, अरखुंड, माथ्यागांव, बरसीर, उच्छोली, डांगी, स्यूर, भुनालगांव, खोड़, किरोडा मल्ला, किरोड़ा वल्ला, उत्तर्सू, मरोड़ा, डोभा, बष्टा, लुकेन्द्रीधार, डोबल्या, जखन्यालगांव, पाट्यूं, गैररैरा, क्यार्क, फलई, बेडूबगड़, चमराड़ा, सिल्ला बमणगांव, नैली, महडघट्ट, गदून, डडोली, सिनघटा, सोगना, कोटी, कुंड, डांगी, हाट, तिनसोली, नागजगई, पोला, कुडलिया, फेगू, टाट, लग्गा, हिमोला, बरम्वाड़ी, ताल जामण, पाटयूं, जौला, बडेथ, डुंगर, भटवाडी, डमार, टेमरिया, वल्ला, टेमरिया पल्ला, नगरसाल, सगूण, चंद्रापुरी, पाली, बीरो देवल, क्यार्क, बरसूड़ी, घटबगड़, डाल¨सगी, स्यांसू, नैणी पौंडार आदि।
तहसील के लिए भवन निर्माण के साथ ही स्टाफ की नियुक्ति के लिए शासन स्तर पर पत्राचार चल रहा है।
तीर्थपाल ¨सह
अपर जिलाधिकारी रुद्रप्रयाग