सेल्फी लेते मासूम भाई-बहन अलकनंदा नदी में बहे, लापता
संवाद सहयोगी, रुद्रप्रयाग: बुआ के घर आए नाबालिग भाई-बहन सेल्फी लेते वक्त अलकनंदा नदी के बहाव में
संवाद सहयोगी, रुद्रप्रयाग:
बुआ के घर आए नाबालिग भाई-बहन सेल्फी लेते वक्त अलकनंदा नदी के बहाव में गुम हो गए। दोनों का कुछ पता नहीं चल पाया। गोताखोर टीमें उनकी तलाश में जुटी हैं। बता दें कि करीब डेढ़ महीने पहले भी एक छात्रा इसी तरह अलकनंदा में डूब गई थी।
रुद्रप्रयाग जिले के गुप्तकाशी क्षेत्र की ग्राम सभा ब्यूंग निवासी जगदीश सेमवाल का पंद्रह वर्षीय बेटा साहिल और तेरह वर्षीय बेटी सावली स्कूल की छुट्टियों के चलते तीन रोज पहले गौचर के नजदीक निरवाली गांव अपनी बुआ के घर आए थे। रविवार दोपहर भाई-बहन वहीं पड़ोस की एक बच्ची को साथ लेकर घूमने के लिए निकले। तीनों करीब आधा किलोमीटर दूर बदरीनाथ मार्ग पर शिवानंदी के नजदीक अलकनंदा तट पर पहुंचे। वहां साहिल और सावली नदी किनारे खड़े होकर मोबाइल से सेल्फी लेने लगे, जबकि साथ आई तीसरी बच्ची दूर खड़ी होकर उन्हें देखने लगी। इसी दरम्यान साहिल का पैर फिसल गया और उसके बाद असंतुलित होकर भाई-बहन नदी में जा गिरे।तेज बहाव में देखते ही देखते दोनों आंखों से ओझल हो गए। साहिल नवीं और सावली आठवीं की छात्रा है।
पुलिस अधीक्षक पीएन मीणा ने पुलिस उपाधीक्षक श्रीधर प्रसाद बडोला के नेतृत्व में पुलिस की पांच टीमों ने पुलिस लाइन रतूड़ा, सुमेरपुर, कोटेश्वर, संगम, जवाड़ी बाईपास में अलकनंदा नदी में बच्चों की तलाश की, लेकिन कुछ पता नहीं चला। रुद्रप्रयाग कोतवाल बीएस पंवार के अनुसार भाई-बहन के साथ गई तीसरी बच्ची और आसपास के लोगों ने उन्हें नदी में गिरते देखा। उनके पिता जगदीश सेमवाल आईटीबीपी जवान हैं और वर्तमान में गौचर में तैनात हैं।
काबिलेगौर है कि तीन फरवरी को कोटेश्वर मंदिर के निकट पौड़ी निवासी ग्यारहवीं की छात्रा आशना भी सेल्फी लेते वक्त अलकनंदा में गिर गई थी। वह सहपाठियों के दल के साथ पौड़ी से कोटेश्वर मंदिर आई हुई थी।