वन विभाग ने मांगा जनता से सहयोग
संवाद सहयोगी, रुद्रप्रयाग : वन विभाग ने फायर सीजन को लेकर कमर कस ली है। विभाग की ओर से ग्रामीण क्षेत
संवाद सहयोगी, रुद्रप्रयाग : वन विभाग ने फायर सीजन को लेकर कमर कस ली है। विभाग की ओर से ग्रामीण क्षेत्रों में जन जागरूकता गोष्ठी एवं अन्य संसाधनों के माध्यम से जनता से जंगलों को आग से बचाने में सहयोग की अपील की है। वन विभाग ने इसके लिए जिले में 35 क्रू स्टेशन बनाए हैं। वनों को नुकसान पहुंचाने वाले के लिए दो वर्ष कारावास के साथ ही पांच हजार रुपये जुर्माने का प्रावधान है।
जिले में लगभग 70 प्रतिशत वन क्षेत्र है। प्रतिवर्ष फायर सीजन में आग लगने से लाखों वन संपदा राख होती है। जंगलों में आग लगने से पर्यावरण व जंगली जानवरों को भी काफी नुकसान पहुंचता है। इसके अलावा आग लगने की घटनाओं का प्रभाव प्राकृतिक पेयजल स्रोतों पर भी पड़ता है। 15 फरवरी से फायर सीजन शुरू हो गया है, लेकिन अभी तक कहीं भी आग की बड़ी घटनाएं सामने नहीं आई है। विभाग बैनर, पंफलेट एवं गोष्ठी के माध्यम से गांवों में जन जागरूकता अभियान चला रहा है। साथ ही ग्रामीणों से वनों की सुरक्षा में सहयोग की अपील की जा रही है। विभाग ने ग्रामीणों से यह भी अपील की कि खेतों में एकत्रित सूखी घास को जलाने के बाद उसे पूरी तरह बुझा दें। जंगलों में जलती तीली, बीड़ी व सिगरेट ने फेंके। नई घास के लिए वनों में आग न लगाएं।
उप वन संरक्षक राजीव धीमान ने बताया कि वनों की सुरक्षा के लिए ग्रामीणों को जागरूक किया जा रहा है। जंगलों में आग लगने पर ग्रामीणों से सहयोग करने की अपील की जा रही है जिससे समय से आग पर काबू पाया जा सके। जंगलों में असामाजिक तत्वों की ओर से आगजनी की घटनाओं को अंजाम देने पर सीधे पुलिस व वन विभाग को सूचना दें जिससे संबंधित के खिलाफ कार्रवाई अमल में लाई जा सके।