24 गांवों को मिली मोटर मार्ग की सौगात
संवाद सहयोगी, रुद्रप्रयाग: भरदार क्षेत्र के ग्रामीणों की सालों पुरानी मांग पूरी होने जा रही है। जिला
संवाद सहयोगी, रुद्रप्रयाग: भरदार क्षेत्र के ग्रामीणों की सालों पुरानी मांग पूरी होने जा रही है। जिला मुख्यालय से जुड़ने वाले माई की मंडी बाईपास से राइंका जवाडी लिंक मोटरमार्ग से आगे दो किमी मोटरमार्ग को वित्तीय स्वीकृति मिल चुकी है। अब भरदार क्षेत्र के ग्रामीणों को 30- 35 किमी रतनपुर-स्वीली-चौरास मोटरमार्ग से घूमकर मुख्यालय नहीं पहुंचना पडे़गा। मोटरमार्ग बनने से पूर्वी व पश्चिमी भरदार के दर्जनों गांवों को फायदा मिलेगा। बरसात समाप्त होते ही मोटरमार्ग का निर्माण शुरू किया जाएगा।
भरदार क्षेत्र के गांवों के लिए सड़कों का निर्माण तो हुआ, मगर मोटर मार्गो की लंबी दूरी के चलते क्षेत्र के ग्रामीणों को इसका लाभ नहीं मिल पा रहा था। वर्ष 2012 में बाईपास माई की मंडी से राइंका जवाड़ी तक तीन किमी मोटरमार्ग का निर्माण किया गया। मगर विवाद के चलते यह मोटरमार्ग का निर्माण आगे नहीं बढ़ सका। पिछले वर्ष अक्टूबर में लोनिवि ने ग्रामीणों से वार्ता की और ग्रामीणों से अनापत्ति प्रमाण लेने के बाद सर्वे के आधार पर लगभग दो किमी मोटरमार्ग का इस्टीमेट शासन को स्वीकृति के लिए भेजा। मोटरमार्ग निर्माण के लिए शासन की ओर से एक करोड़ की स्वीकृति मिल चुकी है। सितंबर प्रथम सप्ताह में टेंडर प्रक्रिया पूरी होने के बाद शीघ्र निर्माण कार्य शुरू कर दिया जाएगा। मोटरमार्ग बनने से भरदार, जवाडी, दरमोला, स्वीली, सेम, डुंग्री, रौठिया, कफना, गवाणा, डुंग्रा, सेमलता, थापली समेत दर्जनों गांवों के ग्रामीणों को जिला मुख्यालय पहुंचने में आसानी होगी।
मोटरमार्ग बनने से भरदार क्षेत्र के कई गांवों को बेहतर यातायात सुविधा का लाभ मिलेगा। साथ ही भरदार क्षेत्र के दूरस्त गांवों के ग्रामीणों को कई किमी अतिरिक्त दूरी नहीं झेलनी पड़ेगी।
सुशीला देवी, सदस्य, क्षेत्र पंचायत रौठिया
ग्रामीण लंबे समय से माई की मंडी बाईपास से जवाड़ी लिंक मोटरमार्ग को जोड़ने की मांग कर रहे थे। मोटरमार्ग को स्वीकृति मिलने के बाद पूर्वी और पश्चिम भरदार के ग्रामीणों को इसका लाभ मिलेगा।
गुड्डी देवी, सदस्य, क्षेत्र पंचायत दरमोला
माई की मंडी बाईपास-राइंका जवाड़ी मोटरमार्ग से दो किमी आगे लिंक मोटरमार्ग को वित्तीय स्वीकृति मिल चुकी है। जल्द निर्माण शुरू किया जाएगा। इन्द्रजीत बोस, अधिशासी अभियंता, लोनिवि प्रखंड रुद्रप्रयाग