अमेरिकी इंजीनियर जोड़ेंगे सोनप्रयाग का पुल
बृजेश भट्ट, रुद्रप्रयाग: आने वाले यात्रा सीजन में केदारनाथ धाम के मुख्य पड़ाव गौरीकुंड तक आवागमन सुगम
बृजेश भट्ट, रुद्रप्रयाग: आने वाले यात्रा सीजन में केदारनाथ धाम के मुख्य पड़ाव गौरीकुंड तक आवागमन सुगम हो जाएगा। एक-दो दिन में सोनप्रयाग और गौरीकुंड के बीच मंदाकिनी नदी पर पुल जोड़ने का कार्य शुरू कर दिया जाएगा। इसके लिए सोमवार को अमेरिका से इंजीनियर सोनप्रयाग पहुंच रहे हैं। उम्मीद जताई जा रही है कि इस माह के अंत तक पुल बनकर तैयार हो जाएगा। गौरतलब है कि 20 करोड़ की लागत वाले पुल का निर्माण अमेरिका की एक्रो कंपनी कर रही है।
केदारनाथ यात्रा का आधार स्तंभ माने जाने वाला यह पुल वर्ष 2013 की आपदा में 16 जून की रात सोन की लहरों की भेंट चढ़ गया। इसके बाद वर्ष 2014 से यहां फोल्डिंग पुल के जरिये आवागमन चल रहा है। सोनप्रयाग से गौरीकुंड के बीच छह किलोमीटर सड़क भी दुरुस्त कर ली गई है। अब एक मात्र कार्य पुल का ही शेष है। इसके लिए जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के इंजीनियरों ने पिछले साल नवंबर में बेसमेंट का निर्माण शुरू कर दिया था जो लगभग पूरा हो चुका है। बीते दिसंबर में अमेरिका से पुल के विभिन्न हिस्से समुद्री रास्ते से भारत पहुंचाए गए। स्टील के गार्डर से निर्मित इस पुलिस की लंबाई 60 मीटर और चौड़ाई पांच मीटर होगी। जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अधिशासी अभियंता एएस नेगी ने बताया कि एक्रो कंपनी के इंजीनियर की देखरेख में पुल के हिस्सों को जोड़ा जाएगा।