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रेशम उत्पादन बढ़ाने को अपनाएं नवीन तकनीक

संवाद सहयोगी, रुद्रप्रयाग : राज्य रेशम विकास विभाग के सहयोग से धारकोट में क्षमता उन्नयन कार्यक्रम के

By Edited By: Published: Fri, 05 Feb 2016 07:16 PM (IST)Updated: Fri, 05 Feb 2016 07:16 PM (IST)
रेशम उत्पादन बढ़ाने को  अपनाएं नवीन तकनीक

संवाद सहयोगी, रुद्रप्रयाग : राज्य रेशम विकास विभाग के सहयोग से धारकोट में क्षमता उन्नयन कार्यक्रम के तहत किसानों को रेशम उत्पादन बढ़ाने की नवीनतम तकनीकियों के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई।

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केंद्रीय रेशम बोर्ड के सौजन्य धारकोट में आयोजित कार्यक्रम के समापन अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष लक्ष्मी राणा ने कहा कि राज्य में रेशम विभाग की ओर से रेशम विकास के लिए किए जा रहे प्रयास सराहनीय हैं। उन्होंने रुद्रप्रयाग को रेशम प्रशिक्षण के लिए चयनित करने के लिए रेशम बोर्ड का धन्यवाद ज्ञापित भी किया। उन्होंने कहा कि जिला पूर्णत: जैविक जिला घोषित हो गया है। उन्होंने किसानों को रेशम उत्पादन को जैविक तरीके से करने का अपील की तथा जैविक प्रमाणपत्र के लिए पंजीकरण कराने की अपील भी की। इस दौरान उन्होंने प्रशिक्षणार्थियों को प्रमाण पत्र एवं रेशम कीट पालकों को भवन अनुदान की प्रथम किस्त की धनराशि के चेक भी वितरित किए।

केंद्रीय रेशम बोर्ड के वैज्ञानिक एनके भाटिया ने किसानों को रेशम उत्पादन बढ़ाने के लिए नवीनतम तकनीकियों का प्रयोगात्मक प्रशिक्षण दिया। साथ ही प्रशिक्षण के दौरान कीट पालकों की जिज्ञासाओं का समाधान भी किया। इस अवसर पर वैज्ञानिक आरसी किमोठी, राममूर्ति, एके यादव, आमोद भंडारी समेत रेशम विभाग के कर्मचारी एवं प्रशिक्षार्थी मौजूद थे।


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