मंत्रोच्चारण के साथ हुआ छात्रों का यज्ञोपवीत संस्कार
संवाद सहयोगी, रुद्रप्रयाग: जिले में भाई बहिन के प्रेम का त्यौहार रक्षाबंधन बडे़ धूमधाम से मनाया गया।
संवाद सहयोगी, रुद्रप्रयाग: जिले में भाई बहिन के प्रेम का त्यौहार रक्षाबंधन बडे़ धूमधाम से मनाया गया। इस अवसर पर संस्कृत महाविद्यालय रुद्रप्रयाग में वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ बीस छात्रों का यज्ञोपवीत संस्कार किया गया। इस संस्कार में 25 वर्ष तक ब्रह्मचर्य का पालन करना अनिवार्य होता है।
जिला मुख्यालय समेत पूरे जिले में रक्षाबंधन का त्यौहार बडे़ हर्ष उल्लास के साथ मनाया गया। सुबह से ही बहिनें पूजा अर्चना कर तैयार हो गई, इसके बाद शुभ मूर्हुत पर बहिनों ने अपने भाइयों के हाथों पर राखी बांधकर उनके लंबी उम्र की दुआ की। रक्षाबंधन के अवसर संस्कृत महाविद्यालय रुद्रप्रयाग में प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी छात्रों का यज्ञोपवीत संस्कार किया। पहले छात्रों को गंगाजल से स्नान किया, उसके बाद उनके सिर का मुंडन किया गया किया। शुद्धिकरण एवं वैदिक मंत्रोच्चारण केसाथ लगभग 20 छात्रों को यज्ञोपवीत धारण करवाया गया। महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. रामप्रसाद उपाध्याय ने कहा कि यह संस्कार के अन्तर्गत अति महत्वपूर्ण संस्कार है। इसके माध्यम से अपने जीवन में सुसंस्कृत, परिष्कृत, सदाचारी, नैतिक आचरण करते हुए 25 वर्ष तक ब्रह्मचर्य का पालन करते हुए विधाओं का अध्ययन करना है। इस संस्कार का महत्व समाज सेवा, मानव सेवा, राष्ट्र सेवा में जीवन यापन करते हुए मानव जीवन का चरम लक्ष्य मोक्ष प्राप्त करना है। छात्रों को दीक्षा प्रदान करते हुए सदाचार की शिक्षा भी दी गई। इस अवसर पर व्याकरणाचार्य भानु प्रसाद देवली, आचार्य जयप्रकाश गौड़, देवी प्रसाद, शशिभूषण बमोला, सुखदेव प्रसाद, दिवाकर डिमरी समेत कई आचार्य उपस्थित थे।