..तो फीका रहेगा देवरियाताल महोत्सव
संवाद सहयोगी, रुद्रप्रयाग: मुख्यमंत्री की घोषणा के अनुरूप समिति को पूरी धनराशि न मिलने के कारण इस बा
संवाद सहयोगी, रुद्रप्रयाग: मुख्यमंत्री की घोषणा के अनुरूप समिति को पूरी धनराशि न मिलने के कारण इस बार पर्यटक स्थल देवरियाताल में प्रतिवर्ष श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर्व पर आयोजित होने वाला महोत्सव इस बार सूक्ष्म रूप में मनाया जाएगा। इस बार यहां मात्र श्रीकृष्ण की झांकियां ही नजर आएंगी।
ऊखीमठ ब्लाक के सारी से तीन किमी खड़ी चढ़ाई पर स्थित पर्यटक स्थल देवरियाताल में प्रतिवर्ष जन्माष्टमी पर देवरियाताल महोत्सव का आयोजन किया जाता है। यह परम्परा सदियों से चली आ रही है, लेकिन वर्ष 1998 से इस महोत्सव को भव्य रूप दिया गया था। क्षेत्र के करीब बीस गांव के लोग इस महोत्सव को तब से अब तक भव्य रूप से मनाते आ रहे हैं। पिछले वर्ष मुख्यमंत्री ने महोत्सव के आयोजन के लिए दो लाख रुपये देने की घोषणा की थी, लेकिन समिति को मात्र एक लाख ही मिल पाया है। इससे पिछले वर्ष की देनदारी के चलते समिति महोत्सव को भव्य बनाने में असमर्थता जता रही है। इस वर्ष सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन नहीं किया जाएगा। महोत्सव में तीन गांव से भगवान श्रीकृष्ण की झांकियां अवश्य निकाली जाएंगी। इनमें सारी गांव के भूतनाथ मंदिर, गैड-गडगू के नागराजा मंदिर तथा ऊखीमठ के ओंकारेश्वर मंदिर से भगवान श्रीकृष्ण की झांकियां अनोखे श्रृंगार एवं भजन-कीर्तनों के साथ देवरियाताल पहुंचेगी। देवरियाताल की तीन परिक्रमा करने बाद झांकियों की विशेष पूजा-अर्चना के बाद भक्तों को आशीर्वाद देंगी। इन देव डोलियों के दर्शन करने के लिए भक्तजन दूर-दराज गांवों से यहां पहुंचते हैं।
'यदि समय से महोत्सव संचालन के लिए धनराशि की व्यवस्था हो जाती है, तो इसे भव्य रूप देकर कार्यक्रमों का आयोजन हो पाएगा। अन्यथा मात्र श्रीकृष्ण की झांकियां निकालकर ही कार्यक्रम की इतिश्री कर दी जाएगी।
नंदन सिंह रावत , अध्यक्ष, देवरियाताल विकास महोत्सव समिति