सुगम हुई यात्रा
संवाद सहयोगी, रुद्रप्रयाग: विश्व प्रसिद्ध धाम केदारनाथ के लिए हवाई सेवाएं शुरू होने से यात्रियों की
संवाद सहयोगी, रुद्रप्रयाग: विश्व प्रसिद्ध धाम केदारनाथ के लिए हवाई सेवाएं शुरू होने से यात्रियों की संख्या में दो गुना इजाफा हुआ है। प्रतिदिन लगभग छह सौ से अधिक यात्री बाबा केदार के दर्शनों को पहुंच रहे हैं। वर्तमान में नौ हवाई कंपनियों को केदारनाथ के लिए सेवाएं देने की अनुमति मिली है। केदारनाथ के लिए हवाई सेवाएं पिछले 11 वर्षो से संचालित हो रही हैं।
29 अप्रैल को देर सांय नौ में से सात हवाई कंपनियों पवन हंस, पिनैकल, सिमसैम, आर्यन, इंडोकाप्टर, ग्लोबल वैक्ट्रा, हिमालयन हेली को शासन और डारेक्टर जनरल आफ सिविल एविएशन(डीजीसीए) ने उड़ान भरने की अनुमति दी थी। इसके बाद सुमित एविएशन व यूटी एयर हवाई कंपनी को भी अनुमति दी गई। शनिवार से इन कंपनियों ने भी सेवाएं देना शुरू कर दिया है। केदारनाथ धाम के लिए वर्तमान में नौ हवाई कंपनियां सेवाएं दे रही हैं। पैदल सफर न करने वाले अधिकांश यात्री हवाई सेवाओं से ही बाबा केदार के दर्शनों को पहुंच रहे हैं। प्रतिदिन यह आंकडा छह सौ से ऊपर पहुंच रहा है। सेवाएं शुरू होने से जहां कंपनियों को अच्छी आमदनी मिल रही है, वहीं यात्री भी सुरक्षित बाबा केदार के दर्शनों को पहुंच रहे हैं। वर्तमान नारायकोटी, नाला, फाटा, शेरसी, सोनप्रयाग से हवाई सेवाओं का संचालन किया जा रहा है। इसके लिए शासन-प्रशासन के साथ ही कंपनियां भी व्यापक प्रचार-प्रसार कर रही हैं। यात्रियों की आन लाइन बुकिंग भी की जा रही है। केदारनाथ के लिए हवाई सेवाएं विगत 11 वर्षो से संचालित हो रही हैं। पहले मात्र दो से तीन कंपनियां ही सेवाएं देती थी। समय के साथ ही कंपनियों की संख्या में इजाफा हो रहा है। आपदा के दौरान हवाई कंपनियों ने राहत व बचाव कार्य में सराहनीय कार्य किए। आपदा के बाद पिछले वर्ष नाममात्र यात्री ही पहुंचे थे। इस वर्ष यात्रियों की संख्या में बढोतरी होने से कंपनियों को अच्छी आमदनी होने की उम्मीद है।
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अब तक हेलीकाप्टर से पहुंचे यात्री
दिनांक-उड़ानें-केदारनाथ गए यात्री- वापस लौटे यात्री
30 अप्रैल-172-794-722
01 मई-154-622-828
02 मई-148-653-748
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'हेलीकाप्टर सेवा से जाने वाले यात्रियों की संख्या में प्रतिदिन वृद्धि हो रही है। हवाई कंपनियां रोस्टर के अनुसार उड़ानें भर रही हैं। प्रतिदिन उड़ानों का डाटा जिला प्रशासन को उपलब्ध कराया जा रहा है।'-सोमनाथ पोस्ती, सब नोडल अधिकारी, हवाई सेवा
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