सीएम की घोषणा से मंदिर समिति अनजान
संवाद सहयोगी, रुद्रप्रयाग: सरकार ने भले ही द्वितीय केदार मद्महेश्वर को चारधाम यात्रा में शामिल करने
संवाद सहयोगी, रुद्रप्रयाग: सरकार ने भले ही द्वितीय केदार मद्महेश्वर को चारधाम यात्रा में शामिल करने की घोषणा की हो, लेकिन मंदिर समिति को अभी तक इसकी कोई जानकारी नहीं है। इस संबंध में कोई विशेष तैयारी भी नहीं है।
देवभूमि उत्तराखंड में चार धाम यात्रा में केदारनाथ के अलावा बद्रीनाथ, गंगोत्री और यमनोत्री शामिल हैं। प्रति वर्ष चार धामों में ग्रीष्मकाल में देश विदेश से बड़ी संख्या में भक्त दर्शनों को आते हैं। वर्ष 2013 में आई त्रासदी के बाद से चारधाम यात्रा पटरी से उतरी हुई है। गत वर्ष जिले के दौरे पर आए मुख्यमंत्री हरीश रावत ने द्वितीय केदार मद्महेश्वर एवं जागेश्वर धाम को चारधाम यात्रा में शामिल करने की घोषणा की थी। मुख्यमंत्री की इस घोषणा से पूरी मदमहेश्वर घाटी के लोगों में भारी उत्साह था, लेकिन अभी तक यात्रा को लेकर कोई विशेष तैयारियां नहीं हो पाई हैं।
आगामी 24 अप्रैल को पहले भगवान केदारनाथ के कपाट श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ खोल दिए जाएंगे। इसके बाद 8 मई को तृतीय केदार तुंगनाथ एवं 17 मई को द्वितीय केदार मद्महेश्वर के कपाट खुलेंगे। केदारनाथ के कपाट खुलने को लेकर बद्री-केदार मंदिर समिति भी जोरशोर से तैयारियों में जुटी हुई है। सरकार घोषणा के मुताबिक भगवान मद्महेश्वर की यात्रा का प्रचार प्रसार कर चार धाम यात्रा से जोड़ देती है तो इस पूरी मदमहेश्वर घाटी में तीर्थाटन को बढ़ावा मिलेगा। वहीं स्थानीय लोगों को रोजगार भी मुहैया हो सकेगा। इससे पलायन को रोका जा सकेगा। लेकिन, मुख्यमंत्री की घोषणा का मंदिर समिति को पता न होने से फिलहाल इस पर अमल होता नहीं दिख रहा है। मदमहेश्वर को जाने वाला रास्ते, मोटर मार्ग और पड़ाव स्थलों पर अभी तक कोई तैयारी शुरू नहीं हुई है।
मद्महेश्वर यात्रा को चार धाम में शामिल करने की प्रक्रिया शासन स्तर से तय होगी। इस संबंध में मंदिर समिति को कोई पत्र प्राप्त नहीं हुआ है।
अनिल शर्मा
कार्याधिकारी, बद्री-केदार मंदिर समिति ऊखीमठ