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गर्म कुंड का निर्माण न होने से रोजगार का संकट

संवाद सूत्र, फाटा: जून 2013 में केदारनाथ आपदा के दौरान क्षतिग्रस्त गर्म कुंड का पुनर्निर्माण न होने

By Edited By: Published: Fri, 27 Mar 2015 05:19 PM (IST)Updated: Fri, 27 Mar 2015 05:19 PM (IST)
गर्म कुंड का निर्माण न  होने से रोजगार का संकट

संवाद सूत्र, फाटा: जून 2013 में केदारनाथ आपदा के दौरान क्षतिग्रस्त गर्म कुंड का पुनर्निर्माण न होने से रविग्राम के हकहकूधारियों के सम्मुख रोजगार का संकट खड़ा हो गया है। इसी गर्म कुंड में श्रद्धालुओं के पूजा अर्चना करने के बाद उनसे मिलने वाले दान से ही वह आजीविका चलाते थे। वहीं ठंडे कुंड का भी पुनर्निर्माण न होने से यहां श्रद्धालु तर्पण नहीं कर पा रहे हैं।

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केदारनाथ यात्रा का अंतिम व मुख्य पड़ाव गौरीकुंड में गर्म कुंड 2013 की आपदा में बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया था। हालांकि आपदा के कुछ महीने बाद इसे खोल लिया गया, लेकिन इसका पुनर्निर्माण नहीं किया गया है। रविग्राम के जमलोकी ब्रहा्मणों के पास इस कुंड में पूजा की जिम्मेदारी है। आपदा से पूर्व केदारनाथ यात्रा पहुंचने के दौरान गौरीकुंड पहुंचने वाले तीर्थ यात्रियों से हकूकधारी ब्रहमण गर्म कुंड में पूजा अर्चना का कार्य संपादित करवाते थे। आपदा के चलते गर्म कुंड का वजूद पूरी तरह से समाप्त हो गया था। इस बार भी कुंड का पुनर्निर्माण हो सकेगा इस पर भी संशय बना हुआ है। वहीं ठंडा कुंड की भी किसी ने भी सुध नहीं ली, इससे लोग तर्पण नहीं दे पा रहे हैं।

गौरीकुंड के गर्म कुंड में पूजा अर्चना के लिए बनाई गई हक हकूकधारी समिति के सरपंच रमेशानंद जमलोकी का कहना है कि आपदा के फौरन बाद गर्म कुंड को ठीक करने के लिए एक मांग पत्र भेजा गया था। इस पर अभी तक कोई सकारात्मक कार्यवाही नहीं हो पाई है। वहीं मंदिर समिति के कार्याधिकारी अनिल शर्मा का कहना है कि गर्म कुंड के पुनर्निर्माण के लिए कार्रवाई चल रही है। इस कुंड का जीर्णोद्धार किया जाएगा।


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