केदारनाथ में निजी भवन तोड़ने की कवायद तेज
संवाद सहयोगी, रुद्रप्रयाग: केदारनाथ में चल रहे पुनर्निर्माण कार्यो में सरकारी भवनों के बाद अब निजी भ
संवाद सहयोगी, रुद्रप्रयाग: केदारनाथ में चल रहे पुनर्निर्माण कार्यो में सरकारी भवनों के बाद अब निजी भवनों को तोड़ने की कवायद शुरू हो गई है। शुक्रवार को पहले दिन चार भवन स्वामियों ने अपने भवनों की लोनिवि व राजस्व विभाग के अधिकारियों के सम्मुख नाप कराई। अब इन्हें हटा दिया जाएगा।
विगत वर्ष 2013 में आई केदारनाथ त्रासदी में यहां सैकड़ों भवनों को भारी क्षति पहुंची थी। अधिकांश भवन जर्जर स्थिति में हैं। केदारपुरी को नए मास्टर प्लान से बसाने के लिए सभी भवनों का हटाया जाना जरूरी है। अब तक सभी सरकारी 46 भवनों को तोड़ा जा चुका है, जबकि निजी भवनों के लिए भी बीस से अधिक तीर्थपुरोहितों ने अपनी सहमति दे दी है। इसके बाद शुक्रवार को लोनिवि के अभियंता व राजस्व निरीक्षक की टीम मौके पर पहुंची तथा भवन स्वामी तीर्थपुरोहित बृजबल्लभ बगवाड़ी, शंकर प्रसाद बगवाडी, योगेश बगवाडी एवं राकेश तिवारी की भवनों की नाप की। यह क्रम जारी रहेगा। शनिवार को भी चार तीर्थपुरोहितों हेलीकाप्टर से केदारनाथ जाएंगे तथा यहां अपने भवनों की राजस्व टीम व लोनिवि के सम्मुख नाप करवाएंगे।
यह वे तीर्थपुरोहित हैं, जिन्होंने अपने भवन तोड़ने की सहमति प्रशासन को दी है। केदारनाथ में 217 निजी भवन हैं जो आपदा के बाद जर्जर स्थिति में हैं, हालांकि कुछ भवन सुरक्षित हैं, लेकिन वैज्ञानिक इन्हें भी जर्जर मान रहे हैं। वहीं जिलाधिकारी ने कहा कि तीर्थपुरोहितों से सहमति ली जा रही है, इसके बाद ही जर्जर भवनों को हटाने की कार्रवाई की जाएगी।