उपनल के माध्यम से लगे कर्मचारी नहीं हटेंगे: हरक
संवाद सहयोगी, रुद्रप्रयाग : उपनल कर्मचारी महासंघ के मंडल स्तरीय सम्मेलन में कृषि एवं सैनिक कल्याण मं
संवाद सहयोगी, रुद्रप्रयाग : उपनल कर्मचारी महासंघ के मंडल स्तरीय सम्मेलन में कृषि एवं सैनिक कल्याण मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत ने कहा कि राजकीय महिला कर्मचारियों की भांति ही उपनल के माध्यम से लगी महिला कर्मचारियों को भी प्रसव एवं आकस्मिक अवकाश प्रदान किया जाएगा। उपनल के माध्यम से लगे किसी भी कर्मी को हटाया नहीं जाएगा।
जिला मुख्यालय में आयोजित उपनल के मंडल स्तरीय अधिवेशन का शुभारंभ करते हुए मुख्य अतिथि सैनिक कल्याण मंत्री डॉ. रावत ने कहा कि उपनल का गठन सैनिकों के पुनर्वास के लिए किया गया है। केंद्र सरकार के 13 वें वित्त आयोग के निर्णय पर तृतीय व चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों को आउटसोर्सिग के माध्यम से नियुक्त किया जाए। यह पद स्थायी नहीं होने चाहिए। प्राइवेट आउटसोर्सिग के माध्यम से कर्मचारियों का शोषण होता है, इसलिए राज्य सरकार ने उपनल को ही आउटसोर्सिग की जिम्मेदारी दी है। उपनल मात्र पूर्व सैनिकों के लिए ही नहीं, अपितु राज्य सरकार के लिए भी आउटसोर्सिग का कार्य कर रही है।
विशिष्ट अतिथि जिपं अध्यक्ष लक्ष्मी राणा ने कहा कि उपनल कर्मचारियों को जो वेतन दिया जाता है, उससे परिवार का भरण-पोषण करना बहुत कठिन है। वेतन इतना दिया जाना चाहिए जिससे उनके बच्चों की परवरिश ठीक से हो सके। इस अवसर पर उपनल कर्मचारियों के नियमितिकरण समेत 12 सूत्री मांगों को लेकर महासंघ ने मंत्री को मांग पत्र भी सौंपा, तथा मांगों पर उचित कार्रवाई करने की मांग भी की।
इस अवसर पर जिपं उपाध्यक्ष लखपत भंडारी, देवेंद्र झिंक्वाण, गोपाल पंवार, मंडल अध्यक्ष आशुतोष पुरोहित, जिलाध्यक्ष देवेंद्र खत्री, किशन रावत, आदित्य मंमगाई, आनंद पंवार, राकेश रावत, विजेंद्र डिमरी, आशीष कप्रवाण, प्रभा गौड, सुरेंद्र पंवार समेत कई कर्मचारी उपस्थित थे।