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केदारनाथ में मंदाकिनी नदी पर घाट बनाने का कवायद

संवाद सहयोगी, रुद्रप्रयाग: केदारनाथ में चल रहे पुनर्निर्माण कार्य में मंदाकिनी नदी पर बनने वाले घाट

By Edited By: Published: Sun, 25 Jan 2015 04:30 PM (IST)Updated: Sun, 25 Jan 2015 04:30 PM (IST)
केदारनाथ में मंदाकिनी नदी पर घाट बनाने का कवायद

संवाद सहयोगी, रुद्रप्रयाग: केदारनाथ में चल रहे पुनर्निर्माण कार्य में मंदाकिनी नदी पर बनने वाले घाट तक सड़क पहुंचाने के बाद घाट निर्माण की भी तैयारी शुरू हो गई है। हेलीपैड से पांच सौ मीटर लंबी सड़क बनाई गई। तीर्थयात्रियों के स्नान के लिए घाट बनाया जा रहा है। यहीं से डेढ़ सौ मीटर दूरी पर मंदिर जाने के लिए भी साठ फुट चौड़ा रास्ता बनाया जाएगा।

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विगत वर्ष 2013 में आई केदारनाथ आपदा के बाद केदारपुरी को संवारने का कार्य तेजी से किया जा रहा है। प्राथमिकता के आधार पर यात्रा से पूर्व मंदाकिनी व सरस्वती नदी के संगम पर घाट का निर्माण किया जाना है। इसके लिए नेहरू पर्वतारोहण दल ने कार्ययोजना तैयार कर ली है। यहां तक भारी मशीनें पहुंचाने के लिए पांच सौ मीटर सड़क हेलीपैड से बनाई जा चुकी है। इसके यहां पर तीर्थयात्री स्नान कर भोले बाबा के दर्शनों को जा सकेंगे।

घाट निर्माण के साथ ही यहां से मंदिर के लिए डेढ़ सौ मीटर लंबा रास्ता भी बनाया जाना है। इसकी चौड़ाई को लेकर अभी तक तीर्थपुरोहितों व प्रशासन के बीच सहमति नहीं बनी है, लेकिन नए मास्टर प्लान के तहत इसे साठ फुट चौड़ा बनाया जाना है। भक्त दूर से ही केदारनाथ मंदिर के दर्शन कर सकेंगे। इसके साथ ही यात्रा शुरू होने से पूर्व यहां लिनचोली से केदारनाथ बेस कैंप तक रोपवे निर्माण, मंदिर के पीछे सुरक्षा दीवार, जमीन के अंदर विद्युत लाइन निर्माण समेत कई कार्यो को पूर्ण किया जाना है।

आगामी यात्रा के दौरान भक्तों को केदारपुरी नए लुक में नजर आएगा। केदारनाथ में कार्य कर रही कार्यदायी संस्था नेहरु पर्वतारोहण संस्थान उत्तरकाशी (निम) मंदाकिनी नदी में अत्याधुनिक घाटों का निर्माण कार्य शुरु कर दिया है।

'केदारनाथ में प्राथमिकता के आधार पर आगामी यात्रा शुरू होने से पूर्व कार्य होने हैं। जिसके तहत ही कार्य किया जा रहा है।

डॉ राघव लंगर

जिलाधिकारी, रुद्रप्रयाग


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