केदारनाथ पुनर्निर्माण में स्थानीय लोगों को भी मिलेगा रोजगार
संवाद सहयोगी, रुद्रप्रयाग : राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के तहत केदारनाथ धाम में मस्टोल पर कार्य करव
संवाद सहयोगी, रुद्रप्रयाग : राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के तहत केदारनाथ धाम में मस्टोल पर कार्य करवाए जाएंगे। इसका सीधा लाभ यहां के लोगों को भी मिलेगा। हालांकि सोनप्रयाग से केदारनाथ तक निर्माण कार्य करना आसान नहीं है। वर्तमान में निम ही एकमात्र ऐसी एजेंसी है जो केदारनाथ पुनर्निर्माण में जुटी हुई है।
केदारनाथ में पुनर्निर्माण करना सरकार के लिए किसी चुनौती से कम नहीं है। विपरीत मौसम में भी पुनर्निर्माण कार्य वर्तमान में केदारनाथ में चल रहे हैं, लेकिन इन्हें यात्रा से पूर्व पूर्ण कराना आसान नहीं है। इसके लिए अभी तक मास्टर प्लान भी तैयार नहीं हो सका है। इस बीच निर्माण को लेकर सरकार ने खाका तैयार कर लिया है। केदारनाथ में निर्माण कार्य राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के तहत किए जाएंगे। इसमें लोनिवि व सिंचाई विभाग से संबंधित इंजीनियरों के दो डिविजन बनाए जाएंगे, जो मस्टोल पर निर्माण कार्य करवाएंगे। इसका सीधा लाभ यहां के छोटे ठेकेदारों को मिलेगा। निर्माण एजेंसी के रूप में वर्तमान में नेहरू पर्वतारोहण संस्थान ही केदारनाथ में कार्य कर रहा है।
पुनर्निर्माण में बाढ़ सुरक्षा कार्य, पैदल मार्ग, घाट निर्माण के साथ रोपवे, प्रीफैब्रिकेट हट समेत कई कार्य होने हैं। निम के दिशा-निर्देशों में केदारनाथ पुनर्निर्माण के कार्य में अभी तक दो हेलीपैड के साथ ही एक दर्जन से अधिक कॉटेज, दो वैली पुलों, भवन गिराने का कार्य, रास्तों का निर्माण, केदारनाथ के चारों ओर समतलीकरण का कार्य पूर्ण किया जा चुका है। इसमें नेपाली मजदूर ही अधिकांश कार्य में जुटे हुए हैं। तीन सौ में से चालीस मजदूर ही स्थानीय जिलों के हैं। केदारनाथ में पुनर्निर्माण कार्यो में आ रही दिक्कतों को देखते हुए सरकार ने भारी मशीनों को धाम पहुंचाया है। लिनचोली से केदारनाथ तक जमीन के अंदर विद्युत लाइन बिछाने का काम भी होना है।
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केदारनाथ पुनर्निर्माण कार्यो को संपन्न कराने के लिए राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण का गठन किया गया है। इसके निर्देश में सभी निर्माण कार्य होंगे।
डॉ. राघव लंगर, जिलाधिकारी, रुद्रप्रयाग