मायके से ससुराल लौटी मां हरियाली
संवाद सहयोगी, रुद्रप्रयाग : प्रसिद्ध सिद्धपीठ मां त्रिपुरा बाला सुंदरी वैष्णो माता (हरियाली देवी) के
संवाद सहयोगी, रुद्रप्रयाग : प्रसिद्ध सिद्धपीठ मां त्रिपुरा बाला सुंदरी वैष्णो माता (हरियाली देवी) के मायके कांठा से ससुराल जशोली लौटकर आने के बाद जशोली में दो दिवसीय मेला शुरू हो गया है। गत मंगलवार हरियाली देवी अपने मायके कांठा के लिए प्रस्थान कर गई। इसके बाद बुधवार को सूरज की पहली किरण के साथ मंदिर में उनकी पूजा-अर्चना की गई। यहां दो पल रुकने के बाद देवी अपने ससुराल जसोली के लिए वापस लौट आई।
प्रत्येक वर्ष धनतेरस के दिन आयोजित होने वाली हरियाली देवी कांठा यात्रा को भी इस बार भव्य रूप से मनाया गया। गत मंगलवार जसोली स्थित हरियाली देवी मंदिर में विशेष पूजा अर्चना की गई। इसके पश्चात मंदिर के गर्भगृह से हरियाली देवी को बाहर निकाला गया। शाम होते ही हरियाली कांठा की पांच किमी लंबी यात्रा शुरू हुई। यात्रा में जाने के लिए भक्तों को एक सप्ताह पूर्व ही तामसी भोजन का त्याग करना पड़ता है। यात्रा के दौरान हरियाली देवी की डोली ने अपने पहले पड़ाव बासों में विश्राम किया। कुछ समय यहां ठहरने के बाद फिर से डोली अपने मायके लिए चल पड़ी। हरियाली देवी ने पंचरंग्या में स्नान किया। जैसे ही डोली मंदिर के समीप पहुंची मायके पक्ष के लोगों ने डोली की अगुवाई की। सूर्य की पहली किरण के साथ ही डोली कांठा स्थित अपने मंदिर में पहुंची। कांठा में मां की भव्य पूजा-अर्चना की गई। दो पल विश्राम करने बाद फिर से हरियाली देवी अपने ससुराल जसोली के लिए वापस लौटी। जसोली पहुंचने के बाद यहां मंदिर में मेले का शुभारंभ हो गया है।