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मुआवजे में गड़बड़ी की जांच को टीम का गठन

संवाद सहयोगी, रुद्रप्रयाग: जखोली तहसील में आपदा राहत राशि में हुए घपले की जांच को लेकर जिलाधिकारी ने

By Edited By: Published: Tue, 14 Oct 2014 06:15 PM (IST)Updated: Tue, 14 Oct 2014 06:15 PM (IST)
मुआवजे में गड़बड़ी की जांच को टीम का गठन

संवाद सहयोगी, रुद्रप्रयाग: जखोली तहसील में आपदा राहत राशि में हुए घपले की जांच को लेकर जिलाधिकारी ने एक जांच टीम का गठन किया है। जो कि दस्तावेजों की जांच करने के साथ ही जरूरी कार्रवाही भी करेगी। वहीं, प्रशासन ने रुद्रप्रयाग व ऊखीमठ के 113 व्यापारियों को गलत तरीके से मुआवजा राशि लेने के मामले में नोटिस जारी कर चुकी है।

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जखोली तहसील के अन्तर्गत फर्जी राहत राशि को लेकर जन संघर्ष मोर्चा विगत लंबे समय से आंदोलन कर रहा है। अपात्र लोगों को मिले मुआवजे को लेकर संघर्ष मोर्चा व क्षेत्रीय जनता इस मामले की उच्च स्तरीय जांच की मांग करती आ रही है। क्षेत्रीय लोगों का आरोप था कि पात्र लोग आपदा मुआवजा राशि से वंचित है, जबकि अपात्र लोगों को मुआवजा दिया गया है। ऊंची पहुंच वाले या फिर तहसील के कर्मचारियों को ही राहत राशि का लाभ लिया है। मामले को गंभीर मानते हुए जिलाधिकारी डॉ. राघव लंगर ने अपर जिलाधिकारी, जिला विकास अधिकारी व एसडीएम जखोली की एक संयुक्त टीम का गठन किया है। यह टीम आपदा प्रभावितों के कागजों की जांच करेंगी। साक्ष्य पूरे न होने वाले लोगों पर नियमानुसार कार्रवाई भी की जाएगी। डीएम डॉ. लंगर ने बताया कि जांच टीम का गठन किया गया है। जो शीघ्र इस मामले की जांच करेंगी।

वहीं, केदारघाटी में आई आपदा में गतल तरीके से मुआवजा राशि हासिल करने वाले अब तक 113 व्यापारियों को नोटिस दिया गया है। इनमें तहसील रुद्रप्रयाग में 60 तथा ऊखीमठ में 53 व्यापारियों को नोटिस जारी किए गए है। आपदा में प्रभावित हुए व्यापारियों ने उपलब्ध कराई स्वमूल्यांकन आधिरित सूचियों के आधार पर मुआवजा वितरित किया गया था। इन व्यापारियों को प्रथम दृष्टया गलत तरीके से राहत सहायता लेने के मामले में दोषी पाया गया है।


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