पीड़ितों के खोला सरकार के खिलाफ मोर्चा
संवाद सूत्र, जखोली: रुद्रप्रयाग जिले में आपदा पीड़ितों ने सरकार के खिलाफ मोर्चा को खोल दिया दिया है।
संवाद सूत्र, जखोली: रुद्रप्रयाग जिले में आपदा पीड़ितों ने सरकार के खिलाफ मोर्चा को खोल दिया दिया है। पहले अगस्त्यमुनि और अब जखोली ब्लॉक के लोग भी सड़कों पर उतर गए हैं। संयुक्त जन संघर्ष मोर्चा जखोली ने आपदा राहत राशि वितरण में हुई धांधली के विरोध में तहसील मुख्यालय जखोली में जोरदार प्रदर्शन कर धरना दिया। मामले की उच्चस्तरीय जांच को लेकर तहसीलदार के माध्यम से प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा।
तयशुदा कार्यक्रम के तहत शुक्रवार को संघर्ष मोर्चा से जुडे़ लोग व जखोली क्षेत्र की जनता ने तहसील मुख्यालय जखोली में धरना प्रदर्शन किया। इस दौरान उन्होंने राहत राशि वितरण में हुई धांधली के खिलाफ नारेबाजी भी की। जनसभा में वक्ताओं ने आरोप लगाया कि अधिकांश तहसील कर्मियों को फर्जी तरीके से आपदा राहत राशि का लाभ पहुंचाया। एक परिवार में तीन से लेकर चार व्यक्तियों को परिवार इकाई मानकर राहत राशि वितरित की गई। उन्होंने कहा कि नुकसान के आधार पर कम राहत राशि मिलने से अधिकांश व्यवसायी मानसिक तनाव झेल रहे है। उन्होंने राहत राशि वितरण में हुई अनियमितता पर सीबीआइ जांच की मांग की है। प्रदर्शनकारियों ने इसके पश्चात तहसीलदार के माध्यम से देश के प्रधानमंत्री एवं प्रदेश के मुख्यमंत्री को ज्ञापन भी प्रेषित किया। ज्ञापन में कहा गया है कि तहसील जखोली क्षेत्र में आपदा राहत राशि वितरण में भारी अनियमितताएं हुई है। पात्र व्यक्तियों के स्थान पर अपात्र लोगों को मुआवजे की राशि वितरित की गई। पीड़ित लोगों के पुनर्वास के लिए जो राहत राशि वितरित की गई है उसमें सैकड़ों गैर आबाद मकानों को फर्जी तरीके से दिखाकर लाभ पहुंचाया गया। जिन लोगों के नाम धनराशि अवमुक्त की गई है उनमें से अधिकांश व्यक्तियों ने अभी तक पुनर्वास के नाम पर कोई भी निर्माण कार्य नहीं करवाया है। उन्होंने कहा कि इस पर शीघ्र जांच नहीं की जाएगी तो बेमियादी आंदोलन शुरू किया जाएगा।
इस अवसर पर संघर्ष मोर्चा के दीपक भट्ट, रामरतन पंवार, पूर्व ब्लाक जयनारायण नौटियाल, जगतराम सेमवाल, सरोप सिंह राणा, क्षेपंस विजेन्द्र मेंगवाल, भीम सिंह रावत, सतवीर सिंह पंवार, लक्ष्मी देवी, राकेश भट्ट, मकान लाल, प्रधान अषाड़ सिंह राणा समेत भारी संख्या में क्षेत्रीय महिलाएं एवं जनप्रतिनिधि मौजूद थे।