शिक्षा विभाग के खिलाफ ग्रामीणों का फूटा आक्रोश
संवाद सूत्र, गुप्तकाशी: राजकीय इंटर कॉलेज लंबगौंडी में तैनात एक शिक्षिका एवं क्लर्क को अन्यत्र संबद्ध करने के विरोध में क्षेत्रीय ग्रामीणों ने लंबगौंडी में जोरदार प्रदर्शन कर धरना शुरू कर दिया है। ग्रामीणों ने शिक्षा विभाग से सकारात्मक कार्रवाई न होने पर क्रमिक अनशन की चेतावनी दी है।
रविवार को देवली भणिग्राम, लंबगौंडी एवं फली फसालत के ग्रामीण एकजुट होकर सौणितपुर से राइका लंबगौडी तक शिक्षा विभाग के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए निकले। जिसके बाद क्षेपंस सुबोध बगवाडी, क्षेपंस गणेश तिवारी एवं ज्येष्ठ प्रमुख विष्णुकांत शुक्ला समेत कई ग्रामीण लम्बगौंडी के पास बाणासुर मंदिर परिसर में धरना पर बैठ गए। ग्रामीणों ने कहा कि लगभग तीन वर्षों से विज्ञान विषय की एक शिक्षिका को राउमावि गंधारी एवं कनिष्ठ लिपिक को सीईओ कार्यालय में अटैच किया हुआ है, लेकिन उनका वेतन राइका लम्बगौंडी से निकल रहा है। जिससे पद रिक्त न होने से अन्य पदों पर तैनाती नहीं हो रही है। ग्रामीणों ने इस बाबत सीएम, डीएम एवं शिक्षा विभाग को भी अवगत करा चुके हैं, लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हो सकी है। ग्रामीणों ने कहा कि यदि उक्त दोनों कर्मचारियों की वापसी नहीं होती है, तो इन पदों को रिक्त किया जाए। जिससे अन्य बेरोजगारों को रोजगार मिल सके। कहा कि छात्रों की कम्प्यूटर शिक्षा चतुर्थ श्रेणी के हवाले है। यदि शीघ्र उचित कार्रवाई नहीं होती है, तो पहले तो पांच दिनों तक ग्रामीण धरना देंगे, उसके बाद वह क्रमिक अनशन शुरू करेंगे। इस अवसर पर अवतार सिंह नेगी, दीपा जुगरान, प्रमिला देवी, हरि प्रसाद, अजय जुगरान, योगेश्वर तिनसोला, संजय सेमवाल, श्रीनिवास पोस्ती, विमल शुक्ला आदि मौजूद थे।