सहयोग से रुक सकती हैं छोटी घटनाएं: शैलारानी
संवाद सहयोगी, रुद्रप्रयाग: जनपद आपदा प्रबंधन से संबंधित कार्ययोजना की समीक्षा बैठक में आपदा प्रबंधन को और अधिक मजबूत करने पर जोर दिया गया। बैठक में कहा गया कि छोटी-छोटी घटनाओं को प्रशासन एवं जनप्रतिनिधियों के आपसी समन्वय से रोका जा सकता है।
जिला कार्यालय सभागार में आयोजित समीक्षा बैठक में केदारनाथ विधायक शैलारानी रावत ने कहा कि सभी को मिलकर आपदा प्रबंधन को मजबूत करना होगा। इसके लिए ठोस कार्ययोजना बनाने की जरूरत है। जिलाधिकारी डॉ. राघव लंगर ने बताया कि विगत वर्ष आई दैवीय आपदा को दृष्टिगत रखते हुए एवं आपदा से निपटने के लिए विभागों की ओर से की गई तैयारियों को लेकर यह बैठक आयोजित की गई है। बताया कि जनपद को 22 सेक्टरों में विभाजित किया गया है। हर एक सेक्टर में एक सेक्टर मजिस्ट्रेट एवं एक सब सेक्टर मजिस्ट्रेट तैनात किया गया है। सभी सेक्टर मजिस्ट्रेटों का निर्देश दिए गए है कि वे जनप्रतिनिधियों, पूर्ति निरीक्षकों, सस्ते गल्ले विक्रेताओं, पटवारियों, पुलिस, बिजली, सड़क, चिकित्सा, ग्रामीणों एवं क्षेत्रीय लोगों के साथ समन्वय स्थापित कर कार्य करे। किसी भी अप्रिय घटना की स्थिति में उसकी सूचना तुरंत जिला आपदा प्रबंधन कंट्रोल रूम एवं संबंधित एसडीएम को दे।
पुलिस अधीक्षक बीजे सिंह ने बताया कि आपदा से निपटने एवं यात्रियों की सुविधाओं के लिए प्रयास होने चाहिए। यात्रा मार्ग पर डिस्पले बोर्ड, मोटर गाड़ी रिपेयरिंग सेंटर, साइन बोर्ड लगाने चाहिए। नोडल अधिकारी सड़क/ईई लोनिवि इंद्रजीत बोस ने बताया कि जनपद के 17 मोटरमार्ग बंद चल रहे है। जिलाधिकारी ने लोनिवि के अधिकारियों को इस पर तुरंत कार्रवाही करने के लिए कहा। इस अवसर पर सीडीओ एमएस राणा, सीएमओ डॉ. केडी शर्मा, डीडीओ सुनील कुमार,मीरा कैंतुरा, सीमा नौटियाल समेत सभी नामित सैक्टर मजिस्ट्रेट एवं जिला स्तरीय अधिकारी मौजूद थे।