केदारनाथ यात्रा सिर पर, तैयारी अधूरी
संवाद सहयोगी, रुद्रप्रयाग: चार मई को केदारनाथ धाम के कपाट खुलने हैं, लेकिन व्यवस्थाएं अभी तक दुरुस्त नहीं हुई हैं। आपदा के बाद केदारनाथ पैदल मार्ग खस्ताहाल है और यहां अभी तक विद्युत व्यवस्था भी सुचारु नहीं हो सकी है। लिनचोली से आगे मार्ग बनने के बाद ही विद्युत व्यवस्था सुचारु हो सकेगी। क्योंकि, रास्ता बदहाल होने के कारण यहां विद्युत सामग्री पहुंचाने में दिक्कतें आ रही हैं। हालांकि, ऊर्जा निगम कुछ पोल मजूदरों से पैदल मार्ग से वहां भिजवा रहा है, जिससे काम शुरू हो सके।
19 किमी केदारनाथ पैदल मार्ग पर अंधेरे में सफर करना काफी मुश्किल होगा। आपदा के बाद से बदहाल गौरीकुंड-केदारनाथ पैदल मार्ग अभी ठीक नहीं हो पाया है, ऐसे में थोड़ी सी चूक जान पर भारी पड़ सकती है। हालांकि, निगम लिनचोली तक ही विद्युत पहुंचाने में सफल रहा है। क्योंकि, आगे का मार्ग बदहाल है। पैदल मार्ग पर अभी तक स्ट्रीट लाईटें भी नहीं लग पाई हैं।
गौरीकुंड तक हाईवे न बनने के कारण विद्युत पोल व अन्य सामग्री को ले जाने के लिए निगम को खासी परेशानी उठानी पड़ रही है। डेढ़ कुंतल के विद्युत पोल को कई मजदूर बड़ी मुश्किल से पैदल मार्ग पर पहुंचा रहे हैं। केदारनाथ में तो नए सिरे से विद्युत व्यवस्था होनी है।
उल्लेखनीय है कि गत वर्ष 16/17 जून को भयंकर आपदा आई थी। पैदल मार्ग के साथ विद्युत व्यवस्था भी बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई थी।
लिनचोली तक विद्युत पहुंच गई है। जबकि, पैदल मार्ग पर स्ट्रीट लाइटें लगाई जा रही हैं। यात्रा शुरू होने से पूर्व तय समय पर धाम में भी विद्युत पहुंचा दी जाएगी।
-पवन सिंह
अधिशासी अभियंता, ऊर्जा निगम