कार्य में मौसम बन रहा खलनायक
संवाद सहयोगी, रुद्रप्रयाग: यात्रा व्यवस्थाओं में जुटे सरकारी तंत्र के सामने मौसम खलनायक बन कर आ रहा है। गौरीकुंड हाइवे व पैदल मार्ग पर हजारों मजदूर काम में जुटे हैं, बारिश व बर्फबारी होने से निर्माण कार्य बंद पड़ जाता है। यदि मौसम का यही रुख रहा तो समय से यात्रा व्यवस्थाएं पूरी होने में भी संशय पैदा हो गया है।
विगत जून माह में आई प्राकृतिक आपदा ने चारधाम का नक्शा ही बदल कर रख दिया था। सबसे ज्यादा नुकसान केदारनाथ धाम को पहुंचा था। आपदा के बाद यात्रा व्यवस्थाएं पटरी पर लाना शासन-प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती बनी हुई है। यात्रा व्यवस्थाओं का जायजा लेने सीएस एवं एसीएस सप्ताह भर में यहां चक्कर काट रहे हैं। सीएस ने यात्रा से जुडे़ सभी विभागों को निर्देश भी दिए कें कि 30 अप्रैल सभी व्यवस्थाएं चौक-चौबंद की जाएं, ताकि तीर्थयात्रा में श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार दिक्कतें न हो। वहीं दूसरी ओर प्रतिदिन केदारनाथ में मौसम खराब होने से वहां जोरदार बर्फबारी के साथ ही बारिश हो रही है जिससे गौरीकुंड हाइवे एवं पैदल मार्ग पर चल रहे निर्माण कार्य में लगे मजदूरों को कड़ाके की ठंड में खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
रुद्रप्रयाग-गौरीकुंड हाइवे की दयनीय स्थिति सुधारने में लोनिवि के तीनों खंडों के साथ ही बीआरओ जुटे हुए है। केदारनाथ यात्रा शुरु होने में महज दो सप्ताह का समय शेष बचा हुआ है, लेकिन हाइवे के साथ ही पैदल मार्गो के निर्माण कार्य अभी होना बाकी है। गौरीकुंड हाइवे पर 30 अप्रैल तक डामरीकरण का लक्ष्य रखा गया है। अभी जहां हाइवे सुधारीकरण का कार्य पूरा नहीं हो पाया, वहीं डामरीकरण कैसा होगा। वहीं शासन-प्रशासन के सम्मुख दो चुनौती है, एक तो समय से चारधाम यात्रा को सकुशल शुरु करवाना, तथा दूसरी लोस सभा चुनावों को सम्पन्न कराना है।
--------------
केदारनाथ में तय समय पर व्यवस्थाएं पूरी कर दी जाएंगी। बर्फबारी व बारिश से कार्य प्रभावित हो रहा है, बावजूद इसके काम त्वरित गति से किया जा रहा है।
-डॉ. राघव लंगर, जिलाधिकारी, रुद्रप्रयाग।