सर्दियों में 10 हजार फुट की ऊंचाई पर लगी आग के मजिस्ट्रेटी जांच के आदेश
जिलाधिकारी डॉ. आरके सिन्हा ने गुंजी के जंगलों में शीतकाल में लगी आग की मजिस्ट्रेटी जांच के आदेश दिए हैं। इसकी जांच धारचूला के एसडीएम राजकुमार पांडेय को सौंपी है।
By Sunil NegiEdited By: Published: Tue, 28 Feb 2017 12:18 PM (IST)Updated: Tue, 28 Feb 2017 10:17 PM (IST)
पिथौरागढ़, [जेएनएन]: उच्च हिमालयी क्षेत्र कैलास मानसरोवर यात्रा मार्ग के प्रमुख पड़ाव गुंजी के जंगलों में शीतकाल में लगी आग की मजिस्ट्रेटी जांच होगी। जिलाधिकारी डॉ.आरके सिन्हा ने इस आशय के आदेश जारी करते हुए धारचूला के एसडीएम राजकुमार पांडेय को जांच सौंपी है। मजिस्ट्रेट तैनात किया है।
दिसंबर में दस हजार फिट की ऊंचाई पर स्थित गुंजी के जंगलों में आग लग गई थी। दो दिन के प्रयास के बाद आग पर काबू पाया जा सका था। इस आग की चपेट में आने से हिमालयीय वनस्पति को भारी नुकसान पहुंचा था। आशंका है कि कस्तूरा मृग के शिकार के लिए जंगल में आग लगाई गई। जंगल में लगी आग को आइटीबीपी, एसएसबी के जवानों , ग्रिफ के मजदूरों और ग्रामीणों ने अथक प्रयासों के बाद बुझाया जा सका।
शीतकाल में इस ऊंचाई के जंगलों में लगी आग के कारणों की जांच के लिए इसकी मजिस्ट्रेटी जांच की जा रही है। जांच मजिस्ट्रेट आरके पांडेय ने बताया कि आग लगने के कारणों की जांच प्रारंभ कर दी गई है। अगले पंद्रह दिनों तक इसके साक्ष्य जुटाए जाएंगे।
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