नदियों का जलस्तर बढ़ा, दारमा मार्ग खतरे में
संवाद सूत्र, धारचूला: ग्लेशियरों के तेजी के साथ पिघलने से नदियों का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। नदियो
संवाद सूत्र, धारचूला: ग्लेशियरों के तेजी के साथ पिघलने से नदियों का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। नदियों का जलस्तर बढ़ने से यातायात कभी भी बंद हो सकता है। इससे माइग्रेशन परगए लोगों के फंसने के आसार बन बन गए हैं।
इस समय दारमा घाटी में माइग्रेशन चल रहा है। पहली बार दांतू तक मोटर मार्ग बनने से ग्रामीण धीरे-धीरे सामान पहुंचा रहे हैं। जिस कारण उच्च हिमालय से घाटियों तक आवाजाही हो रही है। यदि मार्ग बंद हो गया तो माइग्रेशन में गांवों तक पहुंचे लोगों की परेशानी बढ़ सकती है। वहीं जून माह में अपने मूल गांवों में पहुंचे लोग पूजा करते हैं। इस पूजा में बाहर रहने वाले गांव के लोग मय परिवार के दारमा जा रहे हैं। नदियों के जल स्तर को देखते उनके फंसने के आसार बन रहे हैं।
दारमा के क्षेत्र पंचायत सदस्य मनोज नगन्याल ने सीपीडब्ल्युडी की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने सड़क काटे जाने के कार्य पर तो संतोष जताया है परंतु नदियों में पुल निर्माण नहीं किए जाने को अधूरा कार्य बताया है। इस संबंध में शुक्रवार को एसडीएम के माध्यम से मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री को ज्ञापन भेजा है। साथ ही जून माह तक बड़ी नदियों में पुलों का निर्माण नहीं किए जाने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है।