सरकारी विद्यालयों में चरमराई शिक्षण व्यवस्था
संवाद सहयोगी, पिथौरागढ़: तदर्थ नियुक्ति की मांग को लेकर अतिथि शिक्षकों का धरना-प्रदर्शन 28वें रोज भी
संवाद सहयोगी, पिथौरागढ़: तदर्थ नियुक्ति की मांग को लेकर अतिथि शिक्षकों का धरना-प्रदर्शन 28वें रोज भी जारी रहा। अतिथि शिक्षकों ने मांग पूरी होने के बाद ही काम पर वापस लौटने का एलान किया है। अतिथि शिक्षकों के हड़ताल के कारण विद्यालयों में शिक्षण कार्य पूरी तरह चरमरा गई है।
अतिथि शिक्षकों के कार्य बहिष्कार के चलते सरकारी विद्यालयों में शिक्षण व्यवस्था बुरी तरह चरमरा गई है। अधिकांश विद्यालय शिक्षक विहीन हो चुके हैं। विद्यार्थी बिना पढ़े ही घर को लौट रहे हैं। बोर्ड परीक्षा भी अब नजदीक है। ऐसे में विद्यार्थियों का भविष्य अधर में लटकता साफ नजर आ रहा है। वहीं अतिथि शिक्षक अपनी मांगों को लेकर अडिग हैं। अतिथि शिक्षकों के आंदोलन को अब एक माह बीतने को है। बावजूद इसके सरकार के माथे में न ही अतिथि शिक्षक व न ही नौनिहालों के भविष्य को लेकर चिंता की लकीरें नजर आ रही हैं। अतिथि शिक्षकों ने शुक्रवार को भी अपना धरना-प्रदर्शन जारी रखते हुए सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर प्रदर्शन किया। अतिथि शिक्षकों ने कहा कि यदि सरकार ने उनके प्रति इसी तरह का रवैया बरकरार रखा तो वह आंदोलन को और अधिक उग्र कर देंगे। प्रदर्शन करने वालों में आनंद सिंह, सोहन गोबाड़ी, भरत कुंवर, मनोज नेगी, मनोज पांडे, जगत खोलिया, रमन कुमार, वंशीलाल, ठाकुर चंद, केके जोशी, सुरेश भट्ट, दीक्षा जोशी, अनुपमा महर, सविता पांडे, नीति कोठारी, प्रियंका, संगीता आदि थे।