सर्विलांस पहुंचा कब्र तक
संवाद सूत्र, डीडीहाट : डिग्री कॉलेज मुनस्यारी का चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी सुंदरराम आठ माह पूर्व लापता
संवाद सूत्र, डीडीहाट : डिग्री कॉलेज मुनस्यारी का चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी सुंदरराम आठ माह पूर्व लापता नहीं हुआ था बल्कि उसकी हत्या कर शव को खेत में दबा दिया गया था। हत्या सुंदरराम की पत्नी अपने नाबालिग भाई के साथ मिल कर की थी। मृतक के फोन के सहारे पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर उनकी निशानदेही पर शव को निकलवाकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया है। डीडीहाट तहसील के नारायणनगर के झूसिया कांडा गांव निवासी सुंदर राम (33) पुत्र वीर राम राजकीय महाविद्यालय मुनस्यारी में चतुर्थ श्रेणी कर्मी था। 13 सितंबर, 2014 को सुंदरराम अचानक गायब हो गया, जिसके बाद 16 सितंबर को उसकी पत्नी मंजू देवी ने मुनस्यारी थाने में गुमशुदगी दर्ज करा दी। रिपोर्ट में पति सुंदर राम के तीन दिन पूर्व अवकाश लेकर घर आने के दौरान लापता होने की बात कही गई थी। पुलिस ने उसकी खोजबीन की लेकिन कोई सफलता नहीं मिली। जबकि, 13 सितंबर को मायके निमाती गांव पहुंचे सुंदरराम की पत्नी ने अपने नाबालिग भाई के साथ मिलकर गला दबाकर हत्या कर दी थी। दोनों ने मिलकर शव घर से 50 मीटर दूर खेत में दबा दिया था।
इधर, सुंदर राम की खोज में जुटी पुलिस ने उसका फोन सर्विलांस पर लगाया। सर्विलांस के दौरान फोन की लोकेशन निमाती गांव निकली। लापता व्यक्ति का फोन निमाती गांव में होने का क्लू मिलते ही पुलिस ने इस दिशा पर अपनी जांच शुरू की। हत्या के बाद पत्नी ने पति का फोन अपने ही पास रखा था। इस दौरान पति को आए कुछ फोन भी उसने रिसीव किए। बाद में फोन को बंद कर छुपा दिया था। रविवार को मुनस्यारी के थानाध्यक्ष हरेंद्र नेगी डीडीहाट थाने के एसआइ पान सिंह रावत, एसआइ विजया सहित निमाती गांव पहुंचे। जहां मंजू देवी से पूछताछ शुरू की गई। इस दौरान उसके भाई जीवन ने अपने जीजा की हत्या कर शव खेत में दबाए जाने की बात स्वीकारी। पुलिस ने खेत में दबे शव को निकालने के लिए प्रभारी डीएम, एडीएम प्रशांत आर्य को सूचना दी। प्रभारी डीएम के आदेश पर तहसीलदार पीसी पंत की मौजूदगी में खेत में दबाए गए कंकाल को निकाला गया। कंकाल के निकाले जाने के बाद पत्नी ने अपने भाई के साथ मिलकर हत्या की बात कबूल ली।
मंजू का कहना है कि सुंदर राम आए दिन शराब पीकर उसे प्रताड़ित करता था। इधर, शादी के तेरह साल होने के बाद भी संतान नहीं होने से भी कलह रहती थी। रोज-रोज की प्रताड़ना सं आजिज आकर उसने अपने भाई की मदद से उसकी हत्या कर दी। मुनस्यारी पुलिस ने मंजू और उसके भाई को धारा 302 , 201 के तहत मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया। उधर, कंकाल को पोस्टमार्टम के लिए जिला मुख्यालय भिजवाया है।
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मृतक आश्रित कोटे में लगी थी सुंदर की की नौकरी
सुंदर राम की नौकरी मृतक आश्रित कोटे पर लगी थी। उसके पिता वीर राम शिक्षा विभाग में नौकरी करते थे। नौकरी के दौरान मृत्यु होने पर सुंदर की राजकीय महाविद्यालय मुनस्यारी में चतुर्थ श्रेणी पद पर नौकरी लगी थी।
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शादी के 13 वर्ष बाद भी संतान नहीं होने से होती थी कलह
33 वर्षीय सुंदर राम की तहसील के निमाती गांव में मंजू देवी से 13 वर्ष पूर्व शादी हुई थी। उनकी अभी तक कोई संतान नहीं थी। संतान नहीं होने तथा सुंदर राम के शराब पीने से घर में आए दिन कलह होता था। सुंदर अपने मां, बाप का इकलौता लड़का था। उसकी एक बहन है जिसकी शादी हो चुकी है। इधर, सुंदर राम की हत्या होने से उसकी मां भागीरथी देवी के बुरे हाल हैं।