भारत-नेपाल सीमा पर पहुंची पंचेश्वर बांध विरोधी जनयात्रा
पिथौरागढ़ : पंचेश्वर बांध नहीं, रेल लाइन बनाओ जनयात्रा शुक्रवार को भारत-नेपाल सीमा पर स्थित दर्जन भर
पिथौरागढ़ : पंचेश्वर बांध नहीं, रेल लाइन बनाओ जनयात्रा शुक्रवार को भारत-नेपाल सीमा पर स्थित दर्जन भर गांवों में पहुंची। इस दौरान लोगों को पंचेश्वर बांध के खतरों से अवगत कराते हुए इसके विरोध के लिए आगे आने का आह््वान किया गया।
दूसरे दिन यात्रा झूलाघाट से शुरू हुई। उक्रांद कार्यकर्ता गिठगड़ा, कानड़ी, बलतड़ी, सिमू, बनाड़ा होते हुए खर्क्यूड़ा पहुंचे। इन गांवों में हुई जनसभाओं में वक्ताओं ने कहा कि दुनियाभर में बड़े बांधों का विरोध हो रहा है, लेकिन भारत में पंचेश्वर जैसे विशालकाय बांध का समर्थन किया जा रहा है, जो आम जनता के हितों से खिलवाड़ हैं। वक्ताओं ने कहा कि लगभग छह हजार मेगावाट के इस बांध के निर्माण से हजारों लोगों का विस्थापन झेलना पड़ेगा। हजारों हेक्टेयर भूमि जलमग्न हो जाएगी। पारिस्थितकीय तंत्र पर भी इसका गहरा असर होगा। लोगों को बांध का कड़ा विरोध करना होगा।
सभाओं में केंद्रीय महामंत्री पुष्कर धामी, जिलाध्यक्ष चंद्रशेखर पुनेड़ा, दलीप धामी, दीवान मेहता, पूरन बिष्ट, जीवन कापड़ी, मदन पोखरिया, लछमन चंद, तिल राम, शंकर पांडेय, टेक बहादुर, जनक सिंह, कल्याण चंद आदि ने विचार रखे। यात्रा के दौरान पंचेश्वर बांध विरोधी पर्चे भी वितरित किए गए। शनिवार को घाट क्षेत्र में जनयात्रा निकाली जाएगी।