औचक निरीक्षण को लेकर बैकफुट पर शिक्षा विभाग
संवाद सहयोगी, कोटद्वार: राजकीय विद्यालयों में आकस्मिक निरीक्षण के दौरान अनुपस्थिति संबंधी वास्तविक त
संवाद सहयोगी, कोटद्वार: राजकीय विद्यालयों में आकस्मिक निरीक्षण के दौरान अनुपस्थिति संबंधी वास्तविक तथ्यों की अनदेखी के चलते निलंबन की कार्रवाई का शिकार बने शिक्षकों के लिए राहत भरी खबर है। अपर निदेशक सीमा जौनसारी ने मुख्य शिक्षा अधिकारियों को शिक्षकों को अनावश्यक अनुपस्थिति दिखाने संबंधी मामलों में जांच के निर्देश दिए हैं।
उल्लेखनीय है कि राजकीय विद्यालयों में आकस्मिक निरीक्षण के दौरान अनुपस्थित पाए जाने पर विभाग ने कई शिक्षकों के खिलाफ निलंबन की कार्रवाई कर दी थी। राजकीय शिक्षक संघ ने कतिपय मामलों में निरीक्षण दलों पर बिना वास्तविक तथ्यों को जाने निलंबन की संस्तुति करने का अरोप लगाया था। गत दिनों राजकीय शिक्षक संघ के प्रतिनिधिमंडल ने विद्यालयी शिक्षा महानिदेशक राधिका झा से मुलाकात कर इस बाबत शिकायत की थी।
संघ के प्रांतीय प्रवक्ता विनय थपलियाल ने बताया कि इस दौरान कई मामलों में गंभीर बीमारी का इलाज करने गए व विद्यालय जाते वक्त दुर्घटना का शिकार बने शिक्षकों के खिलाफ भी निलंबन की कार्रवाई होने की शिकायत की गई थी। साथ ही औचक निरीक्षण में अनुपस्थित पाए जाने पर निलंबन की कार्रवाई से पूर्व स्पष्टीकरण मांगे जाने का प्रावधान सुनिश्चित करने व निलंबित शिक्षकों का नाम समाचार पत्रों में प्रकाशित न करने की की मांग की थी।
राजकीय शिक्षक संघ की शिकायत पर अपर निदेशक (विद्यालयी शिक्षा) सीमा जौनसारी की ओर से सभी जनपदों के मुख्य शिक्षा अधिकारियों को भेजे पत्र में निरीक्षण के दौरान किसी भी शिक्षक को अनावश्यक अनुपस्थित न दिखाने की हिदायत दी है। साथ ही पत्र में अनावश्यक अनुपस्थित दिखाए गए मामलों में अवकाश लेने संबंधी महानिदेशालय के निर्देशों के तहत जांच के निर्देश भी दिए गए हैं।