हस्तनिर्मित उत्पादों को बढ़ावा दे रही प्रदर्शनी
संवाद सहयोगी, कोटद्वार: कोटद्वार में लगी 'हथकरघा वस्त्र प्रदर्शनी' लोगों को खूब भा रही है। यह प्रदर्
संवाद सहयोगी, कोटद्वार: कोटद्वार में लगी 'हथकरघा वस्त्र प्रदर्शनी' लोगों को खूब भा रही है। यह प्रदर्शनी न सिर्फ हथकरघा एवं हस्त-शिल्प निर्मित उत्पादों को बढ़ावा दे रही है, बल्कि पारंपरिक वेशभूषा को भी सहेजने का काम कर रहा है। इतना ही नहीं, प्रदर्शनी में लगे खादी वस्त्रों के स्टॉल भी लोगों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 'स्वदेशी खादी अभियान' से जुड़ने को प्रेरित कर रहे हैं।
उत्तराखंड हथकरघा-हस्तशिल्प विकास परिषद व जिला उद्योग केंद्र के संयुक्त तत्वावधान में कोटद्वार के मालवीय उद्यान में 15 दिवसीय 'हथकरघा वस्त्र प्रदर्शनी' का आयोजन किया गया है, जिसका 20 फरवरी को शुभारंभ हो चुका है। इस प्रदर्शनी का उद्देश्य हथकरघा एवं हस्तशिल्पकारों के उत्पादों को बाजार उपलब्ध कराना है, ताकि वह अपने उत्पादों को बेच सकें। इससे लघु एवं कुटीर उद्योगों को बढ़ावा भी मिलता है। प्रदर्शनी में उत्तर प्रदेश व उत्तराखंड के विभिन्न क्षेत्रों के 27 शिल्पकारों ने स्टॉल लगाए हैं।
रुड़की से गरम कंबल व दरिया बेचने आए शाहिद हुसैन ने कहा कि इस तरह के बाजार की अपनी विशेष पहचान है। कहा कि प्रदर्शनी में लोग हथकरघा व हस्तनिर्मित उत्पादों को पसंद कर रहे हैं। लोग हस्तनिर्मित उत्पादों में खासी रूचि दिखा रहे हैं। कहा कि उन्हें उम्मीद है कि एक-दो दिन में बाजार तेजी पकड़ने लगेगा।
'हथकरघा वस्त्र प्रदर्शनी का उद्देश्य हथकरघा एवं शिल्पकारों को उनके उत्पादों के लिए बाजार उपलब्ध कराना है। यह कार्यक्रम भारत सरकार की ओर से चलाया गया है। इसके अंतर्गत शिल्पकारों को निश्शुल्क स्टॉल उपलब्ध कराया गया है।
विपिन कुमार, महाप्रबंधक, जिला उद्योग केंद्र कोटद्वार