निर्धन छात्र-छात्राओं को उपलब्ध करा रहे हैं निश्शुल्क पाठ्य सामग्री
चमोली जिले के मंगरोली गांव निवासी भवान सिंह रावत निर्धन छात्र-छात्राओं को निश्शुल्क पाठ्य सामग्री उपलब्ध करा रहे हैं।
By Sunil NegiEdited By: Published: Tue, 28 Mar 2017 01:11 PM (IST)Updated: Thu, 30 Mar 2017 02:30 AM (IST)
श्रीनगर गढ़वाल, [एनके खंडूड़ी]: अलकनंदा नदी के पार चौरास पट्टी के स्कूलों में पढ़ने वाले निर्धन छात्र-छात्राओं के शिक्षण कार्य को सुचारू रखने के लिए एक नायाब पहल शुरू हुई है। इसके तहत इन छात्र-छात्राओं को जहां निश्शुल्क पाठ्य सामग्री उपलब्ध कराई जाएगी, वहीं शिक्षकों के अभाव वाले स्कूलों में उच्च प्रशिक्षित युवा वॉलंटियर के रूप में शिक्षण कार्य करेंगे। इसके लिए वे कोई भी शुल्क नहीं लेंगे। इस कार्य की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं चमोली जिले के मंगरोली गांव निवासी भवान सिंह रावत।
अपने बचपन के दिनों की याद और पहाड़ के गांवों के सामाजिक-आर्थिक समीकरणों को ध्यान में रखकर भवान सिंह ने यह पहल की। अब वे क्षेत्र के अन्य युवाओं को भी योजना में साथ जोड़ेंगे। प्रथम चरण में चौरास क्षेत्र के 14 विद्यालयों के पहली से आठवीं तक के 85 निर्धन छात्र-छात्राओं को उन्होंने उत्तर पुस्तिकाओं (कापी) समेत अन्य लेखन सामग्री उपलब्ध कराई है। आगामी 12 अप्रैल को इन सभी नौनिहालों को वे स्कूल बैग भी उपलब्ध कराएंगे।
भवान सिंह रावत वर्तमान में अलकनंदा हाइड्रो पावर कॉरपोरेशन में उप प्रबंधक के पद पर तैनात हैं। कहते हैं, ग्रामीण क्षेत्र के विद्यालयों में शिक्षकों की कमी हमेशा बनी रहती है। इसलिए उनकी योजना है कि क्षेत्र के पढ़े-लिखे उच्च प्रशिक्षित नौजवानों भी अपने इस अभियान में जोड़ें। ताकि गांवों के विद्यालयों में जिन दिनों किसी कारणवश शिक्षक नहीं पहुंचते, उन दिनों भी शिक्षण कार्य सुचारू ढंग से चलता रहे।
बताया कि यह उच्च प्रशिक्षित युवक विद्यालयों में जाकर निश्शुल्क शिक्षण कार्य करेंगे। इसके लिए भवान सिंह ने संबंधित विद्यालयों के प्रधानाचार्यों से संपर्क साधकर ऐसी स्थिति में उन्हें सूचित करने का आग्रह किया है।
Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें