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अब बीज की सब्सिडी भी किसान के खाते में

संवाद सहयोगी, कोटद्वार: राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन धान व दलहन और कृषि विभाग की ओर से काश्तकारों

By JagranEdited By: Published: Mon, 22 May 2017 05:37 PM (IST)Updated: Mon, 22 May 2017 05:37 PM (IST)
अब बीज की सब्सिडी भी किसान के खाते में
अब बीज की सब्सिडी भी किसान के खाते में

संवाद सहयोगी, कोटद्वार:

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राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन धान व दलहन और कृषि विभाग की ओर से काश्तकारों को खरीफ की फसलों के लिए मिनिकिट प्रजाति के बीज मुफ्त व अन्य प्रजातियों के बीज सब्सिडी रेट पर उपलब्ध कराए जा रहे हैं। सब्सिडी सीधे काश्तकारों के बैंक खाते में ट्रांसफर की जा रही है। सब्सिडी का लाभ लेने के लिए काश्तकारों को बीज लेते समय बैंक खाता संख्या व आधार कार्ड नंबर लेकर जाना होगा।

ब्लॉक दुगड्डा प्रभारी कृषि महक ¨सह ने बताया कि मिनिकिट तिल आरटी-351, उड़द यूपी-31 व सोयाबीन पी 5-1347 सहित विभिन्न प्रजाति के बीजों का राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन व कृषि विभाग द्वारा मुफ्त वितरण किया जा रहा हैं। इसके अतिरिक्त अच्छी प्रजाति के बीज सब्सिडी रेट भी उपलब्ध कराए जा रहे हैं। कहा कि ब्लॉक दुगड्डा कृषि विभाग के बीज भंडार में धान पूसा बासमती का बीज 13 क्विंटल तीस किलो की मात्रा में उपलब्ध है। काश्तकारों को इस पर दस रुपये प्रतिकिलो की सब्सिडी दी जा रही है। धान वीएल 85 का बीज छह क्विंटल 12 किलो की मात्रा में उपलब्ध है। इस पर भी दस रुपये प्रतिकिलो की सब्सिडी दी जा रही है। उड़द पी-4-31 का बीज सात क्विंटल बीस किलो, सोयाबीन पी-5-1092 का बीज सोलह क्विंटल 65 किलो, अरहर 91 किलो, मूंगपत्र-5 75 किलो, काला भट्ट वीएल-565 एक क्विंटल दस किलो की मात्रा में उपलब्ध है। कृषि विभाग की ओर से इन बीजों पर 10 से 25 रुपये प्रतिकिलो के हिसाब से सब्सिडी दी जा रही है।

ऐसे होगी अच्छी पैदावार

कृषि प्रभारी महक ¨सह ने बताया कि खरीफ की फसल से अच्छी पैदावर लेने के लिए काश्तकारों को अभी से नर्सरी व भूमि की तैयारी कर लेनी चाहिए। कहा जिन क्षेत्रों में ¨सचाई के पर्याप्त संसाधन उपलब्ध है। वहां खेतों की अच्छे से जुताई कर गोबर की खाद या जैविक खादों का प्रयोग करना चाहिए। इससे फसल में कोई रोग भी नही लगेगा और पैदावार भी अच्छी होगी।


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