प्रकृति का नूर, नजरों से दूर
जागरण संवाददाता, पौड़ी: मंडल मुख्यालय पौड़ी के शीर्ष में स्थित पर्यटन स्थल कंडोलिया में प्रकृति ने जित
जागरण संवाददाता, पौड़ी: मंडल मुख्यालय पौड़ी के शीर्ष में स्थित पर्यटन स्थल कंडोलिया में प्रकृति ने जितनी नेमत बरसाई, तंत्र की लापरवाही ने इससे उतनी ही दूरी बनाई। गर्मी के मौसम में यह स्थान घूमने वालों की पंसदीदा बना रहता है। लेकिन यहां स्थित पार्क अपनी बदहाली का रोना रो रहा है। अब शहरवासी चौबट्टाखाल के विधायक व पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज से उम्मीद लगाए बैठे हैं कि शायद वह पार्क को संवारने की पहल करेंगे।
मुख्य बाजार से एक किमी की ऊंचाई पर स्थित है पर्यटन स्थल कंडोलिया। चारों तरफ बांज-बुरांश के जंगल और बीच मे रमणीक स्थल। गर्मियों में यह लोगों का पसंदीदा स्थान रहता है। लोग यहां न केवल गर्मियों में यहां सैर सपाटे पर आते हैं बल्कि यहां स्थित कंडोलिया देवता के दर्शन भी करते हैं। सामने हिमालय की बर्फीली चोटियां तो मानो सभी को अपनी ओर आकर्षित करती है। इसके अलावा यहां से लगी गगवाडस्यूं घाटी और सनसैट का दृश्य बेहतद आकर्षक लगता है। इस सब के बावजूद भी प्रकृति का यह नूर ठीक ढंग से पर्यटन के मानचित्र पर अपनी जगह नहीं बना पाया। यहां स्थित पार्क में गर्मियों में सुबह से ही बच्चे खेलने पहुंच जाते हैं लेकिन इसकी स्थिति दिन प्रति दिन बदहाल बनती जा रही है। लंबे समय से इसकी बदहाल हालत के बावजूद इससे सरकार ने नजरें फेर रखी हैं। जिससे शहरवासी भी खासे नाराज हैं। अब राज्य में नई सरकार के गठन के बाद शहरवासियों को पर्यटन स्थल कंडोलिया के बहुरने की उम्मीद जगी है। कोटद्वार रोड निवासी अर¨वद मुदगल कहते हैं कि कंडोलिया राज्य के प्रमुख पर्यटन स्थलों में एक बन सकता है लेकिन इस ओर किसी ने ध्यान दिया नहीं। अब राज्य में भाजपा की सरकार पर उम्मीद है कि वे इसे पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करेंगे। पूर्व जिला पंचायत सदस्य उमा चरण बड़थ्वाल कहते हैं कि कंडोलिया को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जाना चाहिए। नई सरकार से काफी उम्मीदें हैं। सामाजिक कार्यकर्ता आलोक चारू का कहना है कि चौबट्टाखाल के विधायक सतपाल महाराज सरकार में पर्यटन मंत्री हैं उनसे सभी को कंडोलिया में बेहतर काम करने की उम्मीद है।