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जैविक उत्पाद पर्यटकों को करते हैं आकर्षित

जागरण संवाददाता, श्रीनगर गढ़वाल : उत्तराखंड के जैविक उत्पादकों और पर्यटन उद्योग उद्यमियों के मध्य सा

By JagranEdited By: Published: Wed, 22 Mar 2017 07:40 PM (IST)Updated: Wed, 22 Mar 2017 07:40 PM (IST)
जैविक उत्पाद पर्यटकों को करते हैं आकर्षित
जैविक उत्पाद पर्यटकों को करते हैं आकर्षित

जागरण संवाददाता, श्रीनगर गढ़वाल : उत्तराखंड के जैविक उत्पादकों और पर्यटन उद्योग उद्यमियों के मध्य सामंजस्य विषय को लेकर आयोजित राज्य स्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। इसमें प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों से आए 40 से अधिक जैविक उत्पाद उद्यमी और पर्यटन उद्योग उद्यमियों ने प्रतिभाग किया। कार्यशाला में आयोजित विभिन्न तकनीकी सत्रों में प्रतिभागियों के साथ ही विषय विशेषज्ञों ने भी परिचर्चा में भाग लेते हुए पर्यटन विकास के क्षेत्र में जैविक उत्पादों की महत्ता को रेखांकित किया।

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बतौर मुख्य अतिथि कार्यशाला का उद्घाटन करने के बाद उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए गढ़वाल केंद्रीय विश्वविद्यालय के प्रति कुलपति प्रो. डीएस नेगी ने कहा कि उत्तराखंड के जैविक उत्पाद पर्यटकों के लिए विशेष आकर्षण का केंद्र बने रहते हैं। जैविक उत्पादों के साथ ही औषधीय पादपों पर भी और अधिक शोध की आवश्यकता पर विशेष बल देते हुए प्रो. डीएस नेगी ने कहा कि इससे उत्तराखंड के पर्यटन विकास में तेजी भी आएगी और यहां का पर्यटन उद्योग आर्थिक रूप से मजबूत भी बनेगा।

गढ़वाल केंद्रीय विवि के सेंटर फार माउंटेन टूरिज्म केंद्र के निदेशक प्रो. एससी बागड़ी ने कहा कि बिना जैविक उत्पादों और उनके उचित विपणन के अभाव में उत्तराखंड में इको टूरिज्म अथवा ग्रामीण पर्यटन विकास की परिकल्पना भी नहीं की जा सकती। विशिष्ट अतिथि और उत्तराखंड खाद्य आयोग की सचिव डॉ. सुचिस्मिता सेन गुप्ता पांडे ने कहा कि समसामयिक ²ष्टि से पर्यटन के क्षेत्र के लिए इस विषय की बहुत उपयोगिता भी है। मुख्य वक्ता गणेश खुगशाल ने कहा कि अन्य राज्यों से अलग उत्तराखंड में होने वाले विशिष्ट उत्पादों को प्रचारित प्रसारित करने की भी जरूरत है। इससे पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा। पहाड़ की परम्परागत कृषि के विकास पर भी उन्होंने बल दिया। पर्यावरणविद् कल्याण ¨सह रावत मैती ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण की धारणा यहां के लोक जीवन में समाहित है। जैविक उत्पादों से उत्तराखंड के व्यंजनों को प्रचारित प्रसारित करने की योजना को क्रियान्वित कर रहे गढ़भोज के निदेशक लक्ष्मण ¨सह रावत, समौंण के निदेशक दुर्गापाल चौहान और होटल उद्योग में जैविक उत्पादों के प्रोत्साहन के लिए गढ़वाल विवि के पूर्व छात्र मनीष गैरोला को भी इस अवसर पर सम्मानित किया गया। कार्यशाला के संयोजक डा. सर्वेश उनियाल ने आभार व्यक्त किया। कार्यशाला का आयोजन गढ़वाल केंद्रीय विश्वविद्यालय के सेंटर फार माउंटेन टूरिज्म एण्ड हास्पिटलिटी स्टडीज सेंटर (पर्यटन विभाग) के संयुक्त तत्वावधान में किया गया। कार्यशाला का संचालन डॉ. राकेश ड्योडी ने किया। तकनीकी सत्रों का संचालन डॉ. संजय महर और विजय भट्ट ने किया।


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