दून में रह रही महिला का कोटद्वार में चालान
जागरण संवाददाता, कोटद्वार: चुनाव के दौरान शांति भंग की संभावनाओं को देखते हुए इन दिनों पुलिस धड़ल्ले
जागरण संवाददाता, कोटद्वार: चुनाव के दौरान शांति भंग की संभावनाओं को देखते हुए इन दिनों पुलिस धड़ल्ले से राजनैतिक दलों से जुड़े लोगों के साथ ही आपराधिक छवि के लोगों को शांति भंग के मामले में निरुद्ध कर उनका चालान किया जा रहा है। पुलिस की यह कार्यवाही जिस संजीदगी से की जा रही है, इसका प्रत्यक्ष प्रमाण इस बात से लगाया जा सकता है कि पुलिस ने ऐसे लोगों को शांति भंग के मामले में निरुद्ध किया है, जिनका न सिर्फ पिछले लंबे समय शहर में नहीं है, बल्कि वर्तमान में उनका क्षेत्र से कोई राजनैतिक संबंध भी नहीं है।
ऐसा ही एक मामला उस वक्त प्रकाश में आया, जब गो¨वदनगर निवासी नेहा रावत के आवास में परगना मजिस्ट्रेट की न्यायालय का एक समन पहुंचा। नेहा का 107/116 में चालान किया गया है। हैरानी की बात यह है कि नेहा पिछले डेढ़ वर्षों से देहरादून में रह रही हैं व इस दौरान उनका कोटद्वार की ओर आना भी नहीं हुआ। ऐसे में नेहा का चालान किया जाना पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान लगा रहा है।
इधर, अधिवक्ता प्रवेश रावत ने उनकी पत्नी नेहा रावत को शांति भंग के आरोप में निरुद्ध किए जाने पर गहरी नाराजगी जताते हुए इस संबंध में पुलिस महानिदेशक को पत्र भेजने की बात कही। उनका कहना है कि पुलिस धरातल पर कार्रवाई करने के बजाए कमरे में बैठ ऐसे लोगों को शांति भंग के आरोप में निरुद्ध कर रही है, जिनका न तो कोई राजनैतिक वास्ता है और न ही कोई आपराधिक इतिहास।