श्रीनगर के संयुक्त अस्पताल में छाया है बाघ का आतंक
जागरण संवाददाता, श्रीनगर गढ़वाल: श्रीनगर के राजकीय संयुक्त अस्पताल में डेढ़ माह से बाघ का आतंक है। य
जागरण संवाददाता, श्रीनगर गढ़वाल: श्रीनगर के राजकीय संयुक्त अस्पताल में डेढ़ माह से बाघ का आतंक है। यह बाघ कई बार रात्रि में अस्पताल परिसर में घूमता देखा गया है। अस्पताल में भर्ती रोगियों, तीमारदारों के साथ ही डाक्टर, पैरामेडिकल कर्मचारी और उनके परिवार बाघ के आतंक के साये में जीने को मजबूर हैं, जबकि वन विभाग सोया पड़ा है।
श्रीनगर के संयुक्त अस्पताल परिसर में डेढ़ माह से एक बाघ कई बार देखा गया है। पिछले हफ्ते भी दो बार रात्रि में यह बाघ पुन: अस्पताल परिसर में आया। कर्मचारियों और डाक्टरों का कहना है कि अस्पताल में रात्रि ड्यूटी देना भी बहुत भारी पड़ रहा है वहीं अस्पताल में भर्ती रोगियों और उनके तीमारदारों की भी सुरक्षा खतरे में है। संयुक्त असपताल के कर्मचारियों ने चेतावनी देते हुए कहा है कि यदि अब भी सोया वन प्रभाग नहीं जागा और बाघ को तत्काल ¨पजरे में कैद नहीं किया तो कर्मचारियों के लिए कार्य बहिष्कार आंदोलन करना मजबूरी हो जाएगा। चिकित्सा अधीक्षक डॉ. एसएस चौहान ने गुरुवार को उपजिलाधिकारी श्रीनगर और श्रीनगर कोतवाल को भी पत्र लिखकर स्थिति से अवगत कराया है।