स्वच्छता को तैयार हो रहा सेनिटेशन प्लान
जागरण संवाददाता, श्रीनगर गढ़वाल: कूड़े के उचित निस्तारण के साथ ही कारगर सीवरेज व्यवस्था और शुद्ध पेयज
जागरण संवाददाता, श्रीनगर गढ़वाल: कूड़े के उचित निस्तारण के साथ ही कारगर सीवरेज व्यवस्था और शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने के लिए प्रदेश सरकार की ओर से सिटी सेनिटेशन प्लान लागू किया जा रहा है। अक्टूबर 2017 तक श्रीनगर और पौड़ी समेत 15 शहरों में सीएसपी बनाने का लक्ष्य है, जिसके बाद इस महायोजना के तहत सिटी सेनिटेशन इम्प्लीमेंटेशन प्लान (सीएसआइपी) लागू होगा। इस योजना के अंतर्गत नदी को भी प्रदूषणमुक्त कराया जाएगा।
श्रीनगर और पौड़ी समेत 15 शहरों में प्रथम चरण में जर्मनी की जीआइडी कंपनी के साथ सीएसपी महायोजना बनाने के लिए प्रदेश सरकार का अनुबंध हुआ है। इस सीएसपी प्लान को लेकर अब तक देहरादून में दो कार्यशालाएं भी आयोजित हो चुकी हैं। श्रीनगर नगरपालिका की ओर से इन कार्यशाला में अधिशासी अधिकारी प्रदीप कुमार बंसल ने सहभागिता की। उन्होंने बताया कि इन कार्यशाला में सीएसपी के ड्राफ्ट और इस महायोजना के उद्देश्य के बारे में विस्तार से बताया गया। बंसल ने बताया कि अगले 20-30 साल में सफाई, स्वच्छता, सीवरेज, कूड़ा निस्तारण और शुद्ध पेयजल की जरूरतों को ध्यान में रखकर यह सीएसपी बनाई जानी है। सीएसपी स्वीकृत हो जाने के बाद उसके क्रियान्वयन को लेकर सिटी सेनिटेशन इम्प्लीमेंटेशन प्लान बनेगा। बताया कि जर्मनी की कंपनी जीआइडी सेनिटेशन के क्षेत्र में कर्नाटक और तमिलनाडू में पहले ही कार्य कर चुकी है।
सिटी सेनिटेशन टास्क फोर्स
सिटी सेनिटेशन प्लान के प्रभावी क्रियान्वयन को लेकर हर क्षेत्र में एक कलस्टर बनाया गया है। श्रीनगर, पौड़ी, देवप्रयाग, कीर्तिनगर नगर निकायों को पौड़ी कलस्टर में शामिल किया गया है। श्रीनगर नगरपालिका के ईओ प्रदीप कुमार बंसल ने बताया कि संबंधित जिला मुख्यालय का पालिकाध्यक्ष इस टास्क फोर्स का अध्यक्ष और संबंधित ईओ को नोडल अधिकारी बनाया गया है। 14 सदस्यीय इस टास्क फोर्स की पहली दो दिवसीय बैठक 15 दिसंबर से पौड़ी में शुरू होगी, जिसमें जर्मनी कंपनी के प्रतिनिधि भी शामिल होंगे। हर टास्क फोर्स में संबंधित पालिका अध्यक्ष, इओ और सफाई निरीक्षक के साथ ही अन्य लोगों को भी शामिल किया गया है। बंसल ने बताया कि टास्क फोर्स की सदस्यता बढ़ाने की भी जरूरत को देखते हुए इस संबंध में भी अनुरोध किया गया है।