शिक्षा के गिरते स्तर के लिए सरकार जिम्मेदार
संवाद सहयोगी, कोटद्वार: राजकीय शिक्षक संघ के तत्वावधान में राजकीय इंटर कॉलेज पाबौ में आयोजित गोष्ठ
संवाद सहयोगी, कोटद्वार:
राजकीय शिक्षक संघ के तत्वावधान में राजकीय इंटर कॉलेज पाबौ में आयोजित गोष्ठी में शिक्षा के गिरते स्तर पर ¨चता जताई गई।
गुरुवार को गोष्ठी में बतौर मुख्य अतिथि खंड शिक्षाधिकारी शिवशंकर पटेल ने शिक्षकों को संबोधित करते हुए कहा कि शिक्षकों को अपने अधिकारों के साथ-साथ कर्तव्यों का ईमानदारी से निर्वहन करना चाहिए। इससे प्रदेश की शैक्षिक व्यवस्था में सुधार हो सकता है। कहा कि जिस समाज-देश की शिक्षा व्यवस्था जितनी मजबूत होगी वह समाज उतनी तेजी से प्रगति की राह पकड़ेगा।
संघ के जिला महामंत्री मनमोहन ¨सह चौहान ने कहा कि शिक्षा व्यवस्था में गिरावट के लिए केवल शिक्षकों को जिम्मेदार ठहराना उचित नहीं है बल्कि, इसके लिए सरकार भी जिम्मेदार है। उन्होंने प्रदेश सरकार पर दोहरे मापदंड अपनाने का आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार एक ओर बेहतर शैक्षिक माहौल बनाने की बात कर रही है, वहीं दूसरी ओर शिक्षकों को शिक्षण कार्य के अतिरिक्त अन्य कार्य सौंप रही है। इसलिए सरकार को अपनी नीतियों में परिवर्तन करने की आवश्यकता है। नीतियों में परिवर्तन होने से ही शिक्षा का स्तर काफी स्तर तक सुधरेगा। गोष्ठी में वक्ताओं ने विचार रखते हुए कहा कि यदि सरकार शिक्षकों की सभी मांगों का संज्ञान लेगी तो निश्चित रूप से शैक्षिक माहौल में सुधार आएगा।
गोष्ठी की द्वितीय सभा में नवीन कार्यकारिणी का गठन किया गया, जिसमें हीरा ¨सह बिष्ट को ब्लॉक अध्यक्ष, हनुमंत कुकरेती को उपाध्यक्ष, आराधना खरवार को महिला उपाध्यक्ष, संयुक्त मंत्री अनुसूइया प्रसाद जोशी, संयुक्त महिला मंत्री गीता शर्मा, आय-व्यय राकेश बलोधी को चुना गया। गोष्ठी में प्रधानाचार्य अमित कठैत, बलबीर ¨सह रावत, मेहरबान ¨सह भंडारी, लक्ष्मण ¨सह रावत, राजेंद्र भंडारी, राकेश कठैत, जयदीप रावत, डब्बल ¨सह, प्रकाश रावत, महेश पोखरियाल, कमल रावत आदि मौजूद रहे।