विवि को दो सालों तक चला था ऐतिहासिक संघर्ष
जागरण संवाददाता, श्रीनगर गढ़वाल:गढ़वाल विश्वविद्यालय की स्थापना को लेकर आठ जुलाई 1971 से जुलाई 1973
जागरण संवाददाता, श्रीनगर गढ़वाल:गढ़वाल विश्वविद्यालय की स्थापना को लेकर आठ जुलाई 1971 से जुलाई 1973 तक श्रीनगर पौड़ी ही नहीं वरन संपूर्ण गढ़वाल क्षेत्र की जनता आंदोलित थी। बहुत बड़ी संख्या में महिलाएं भी विवि स्थापना के इस आंदोलन में शामिल हुई। गढ़वाल विश्वविद्यालय के स्थापना दिवस पर बिड़ला परिसर श्रीनगर के एसीएल हाल में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए विश्वविद्यालय स्थापना आंदोलन के महत्वपूर्ण स्तंभ रहे और श्रीनगर नगरपालिका के पूर्व अध्यक्ष कृष्णानंद मैठाणी ने कही।
कहा कि पहाड़ के गांवों की महिलाओं और स्कूली छात्रों द्वारा भी लगभग दो सालों तक चले इस ऐतिहासिक जन आंदोलन में सहभागिता करना आंदोलन का मजबूत पक्ष रहा। जिस कारण ही 30 सितम्बर 1973 को श्रीनगर के जीआइटीआइ मैदान में आयोजित विशाल जनसभा में तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने गढ़वाल और कुमाऊं विश्वविद्यालयों की स्थापना की घोषणा की थी। जिस पर विश्वविद्यालय स्थापना को लेकर एक दिसम्बर 1973 को शासनादेश जारी हुआ। जगदम्बा रतूड़ी ने भी आंदोलन के उस दौर की यादों को ताजा करते हुए कहा कि विश्वविद्यालय स्थापना को लेकर पहाड़ की महिलाओं का वह संघर्ष ऐतिहासिक रहा है। दो सालों तक जनता सड़कों पर आंदोलित होती रही। प्रो. ओके बेलवाल, डॉ. किरन डंगवाल, डॉ. एसपी सती आदि मौजूद थे।