गंगा स्वच्छता कार्यक्रम दिनचर्या में हो शामिल
श्रीनगर गढ़वाल: कथावाचक सुंदरमणि महाराज ने कहा कि गंगा भारतीय संस्कृति की परिचायक है। गंगा को पवित्
श्रीनगर गढ़वाल: कथावाचक सुंदरमणि महाराज ने कहा कि गंगा भारतीय संस्कृति की परिचायक है। गंगा को पवित्र बनाए रखना हम सबका कर्तव्य भी है। गंगा स्वच्छता कार्यक्रम को हर व्यक्ति अपनी दिनचर्या में भी शामिल करे। चौरास के संगम बिहार में श्रीमदभागवत कथा सुनाते उन्होंने कहा कि मानव योनि में जन्म बड़े पुण्यों से प्राप्त होता है। इसे पवित्र बनाए रखने के लिए गोगंगा और अपनी संस्कृति को भी बचाए रखना होगा। कथावाचक सुंदरमणि महाराज ने कहा कि धार्मिक अनुष्ठान और कथा प्रवचन से मानवीय संवेदना और पर्यावरण को भी पवित्र और संरक्षित रखा जाता है सनातन धर्म की भी यह शिक्षा है।
इस मौके पर चौरास के संगम बिहार में क्षेत्र की मढ़ी से जिला पंचायत सदस्य उत्तम ¨सह भंडारी, जगदम्बा प्रसाद नौटियाल, आशा ¨रगोला, कविता फोंदड़ी, अनीता, शाकम्बरी, उर्मिला, विनोद चमोली सहित सैकड़ों भक्तों ने गंगा को पवित्र रखने का संकल्प भी लिया।