सिस्टम का सितम जनता पर जुल्म
जागरण संवाददाता, कोटद्वार: रविवार को सिस्टम के सितम से जनता दिनभर जाम से जूझती रही। क्षतिग्रस्त सीवर
जागरण संवाददाता, कोटद्वार: रविवार को सिस्टम के सितम से जनता दिनभर जाम से जूझती रही। क्षतिग्रस्त सीवर चैंबर की मरम्मत के लिए जलसंस्थान ने रविवार का दिन तय किया, जबकि कि रविवार को शहर में न सिर्फ एक प्रादेशिक स्तर की परीक्षा आयोजित थी, बल्कि सिद्धबली मंदिर दर्शन के लिए जाने वालों का भी तांता लगा हुआ था। नतीजा यह रहा कि लोग नजीबाबाद चौक पर घंटों का जाम से जूझते रहे।
नजीबाबाद चौक से करीब पचास मीटर दूर नजीबाबाद रोड पर करीब चार दिन पूर्व सीवर चैंबर का एक हिस्सा धंस गया। नतीजा, चैंबर के किनारे गहरा गढड हो गया। इसे सिस्टम की लापरवाही ही कहा जाए कि इस क्षतिग्रस्त चैंबर को ठीक करने की याद तंत्र को रविवार को आई। रविवार शहर के विभिन्न विद्यालयों में जिला सहकारी बैंक की कैशियर/क्लर्क परीक्षा भी आयोजित की गई थी। ऐसे में शहर में न सिर्फ भीड़ अन्य दिवसों के मुकाबले अधिक थी, बल्कि सड़कों में वाहनों का दबाव भी काफी अधिक था। सिस्टम की लापरवाही देखिए कि व्यस्ततम दिन होने के बावजूद विभाग ने सीवर चैंबर मरम्मत के लिए रात्रि के बजाए दिन का वक्त चुना। नतीजा, नजीबाबाद चौक से नजीबाबाद रोड की ओर जाने वाले मार्ग को बंद कर सड़क को वन-वे कर दिया गया। नतीजा, नजीबाबाद चौक पर जाम लग गया, जिससे आम जनता को खासी परेशानियां झेलनी पड़ी।
यह हैं नियम
मानकों की बात करें तो राष्ट्रीय राजमार्ग पर किसी भी तरह की मरम्मत रात के वक्त की जाती है। दरअसल, रात में राजमार्ग पर यातायात का दबाव दिन के मुकाबले कम होता है। ऐसे में जहां एक ओर आम जनता को परेशानी नहीं झेलनी पड़ती, वहीं यातायात में भी व्यवधान नहीं पड़ता।
मरम्मत कार्य रात्रि में किया जाना चाहिए था। दिन में सड़क बंद करने से जनता को परेशानियां होना लाजमी है। संबंधित विभाग को इस संबंध में नोटिस भेजा जाएगा।
जीआर बिनवाल, उपजिलाधिकारी, कोटद्वार