अब कोल्ड विधि से होगा सड़कों का निर्माण
मनोहर बिष्ट, पौड़ी मिजोरम, आसाम, उत्तरप्रदेश और हिमाचल प्रदेश में सफलता के बाद अब उत्तराखंड में स
मनोहर बिष्ट, पौड़ी
मिजोरम, आसाम, उत्तरप्रदेश और हिमाचल प्रदेश में सफलता के बाद अब उत्तराखंड में सड़कों का निर्माण हॉट मिक्स के बजाय कोल्डमिक्स तकनीक से किया जायेगा। रुद्रप्रयाग में गुप्तकाशी- मयाली मार्ग पर सफलता के बाद रविवार से पौड़ी जनपद इस का प्रयोग घुड़दौड़ी , पौड़ी-देवप्रयाग मार्ग से घुड़दौड़ी इंजीनिय¨रग कॉलेज तक दो किमी मोटर मार्ग कर निर्माण कार्य में किया। विशेषज्ञों का दावा है, कि इस तकनीक से पर्यावरण प्रदूषित होने से तो बचेगा ही साथ ही हर मौसम में उपयोगी भी साबित होगी। इसमें श्रम व समय का बचाव भी होगा।
सड़क की देखरेख कर रहे केंद्रीय सड़क निर्माण अनुसंधान संस्थान से सीनियर प्रिंसिपल वैज्ञानिक के पद से सेवानिवृत्त व ¨हदुस्तान कोलास कंपनी के सलाहकार डॉ. एनकेएस पुंडीर ने बताया कि कोल्डमिक्स तकनीक पर्यावरण प्रदूषण रहित, हर मौसम में उपयोगी, श्रम व समय बचाव के साथ ही विभागीय व्यय को भी कम करने का काम करती है। उन्होंने कहा कि हॉटमिक्स तकनीक से निर्मित सड़क की आयु पांच वर्ष होती है। कोल्डमिक्स सड़क की आयु छह से सात वर्ष होती है। उन्होंने बताया कि इस तकनीक का प्रयोग हर मौसम में किया जा सकता है। प्रांतीय खंड के अधिशासी अभियंता सुरेश कुमार तोमर ने बताया कि पौड़ी जनपद में सड़क निर्माण को लेकर कोल्डमिक्स तकनीक का उपयोग पहली बार किया गया।
यह है कोल्डमिक्स तकनीक
कोल्डमिक्स तकनीक में विटुमिन इमल्सन द्रव्य को कंक्रीट के साथ मिलाकर ठंडा मिश्रण तैयार किया जाता है। जो शुरू में चॉकलेट रंग में होता है। सड़क पर बिछाने के बाद कुछ देर में काला रंग ले लेता है।
कोल्डमिक्स तकनीक का उपयोग
उत्तराखंड में कोल्डमिक्स तकनीक का उपयोग अभी तक मात्र एक मोटर मार्ग निर्माण पर किया गया है। वैज्ञानिक डॉ. एनकेएस पुंडीर ने बताया कि उत्तराखंड में अभी तक गुप्तकाशी-मयाली मोटर मार्ग पर ही कोल्डमिक्स तकनीक का उपयोग किया गया है। उन्होंने बताया कि पाबौ में पीएमजीएसवाई की सड़क निर्माण भी इसी तकनीक से किया जाना प्रस्तावित है।