अधर में लटकी योजनाओं को होगा आंदोलन
जागरण संवाददाता, श्रीनगर गढ़वाल: देवप्रयाग विधानसभा क्षेत्र की विभिन्न पेयजल योजनाओं का निर्माण स्वी
जागरण संवाददाता, श्रीनगर गढ़वाल: देवप्रयाग विधानसभा क्षेत्र की विभिन्न पेयजल योजनाओं का निर्माण स्वीकृत होने के बाद भी अधर में लटका पड़ा है। जिससे देवप्रयाग, कीर्तिनगर, ¨हडोलाखाल, सिल्काखाल क्षेत्र की जनता पेयजल संकट से जूझना पड़ रहा है। हड़ीमधार से लछमोली और न्यूली पं¨पग के साथ ही कोटेश्वर सिल्काखाल पेयजल योजना का फेज दो का निर्माण कार्य अधर में लटका पड़ा है। विभागीय लापरवाही को देखते हुये क्षेत्रवासियों ने आंदोलन की योजना बनाई है। उक्रांद ने विभाग के खिलाफ जन आंदोलन की चेतावनी दी है।
स्वीकृति के बावजूद पेयजल योजनाओं का कार्य न करने पर क्षेत्रवासियों ने जल निगम के खिलाफ मोर्चा खोलने की तैयारी कर ली है। झंडीधार पेयजल योजना से पौड़ीखाल, दशोली, पंचूर सहित अन्य गांवों को पेयजल आपूर्ति नहीं हो रही है। उक्रांद देवप्रयाग विधानसभा क्षेत्र के अध्यक्ष गणेश भट्ट ने चेतावनी दी कि एक माह के अंदर इन पेयजल योजनाओं का निर्माण कार्य पूरा नहीं हुआ तो जन आंदोलन किया जायेगा। उक्रांद के देवप्रयाग विधानसभा क्षेत्र के अध्यक्ष गणेश भट्ट ने आरोप कि एक ओर क्षेत्र की जनता पेयजल के लिए परेशान है, दूसरी ओर प्रदेश के पेयजल मंत्री और क्षेत्रीय विधायक अपने पार्टी कार्यकर्ताओं की बैठक कर विधानसभा चुनाव की रणनीति बनाने में ही व्यस्त हैं। 47 करोड़ की लागत से बनने वाली न्यूली पं¨पग पेयजल योजना के निर्माण को लेकर एक वर्ष पूर्व टेंडर हो चुके हैं, लेकिन अभी तक कार्य शुरू नहीं हुआ। हड़ीमधार लछमोली पेयजल योजना का अलकनंदा नदी तट पर मुख्य टैंक अभी तक नहीं बन पाया है। कोटेश्वर-सिल्काखाल पेयजल योजना फेज दो का मुख्य टैंक भी अधर में है। सिल्काखाल, चाछकंडा, सोनी उलाना सहित तीन दर्जन गांवों को इस योजना का लाभ नहीं मिल पाया है।