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रेहड़ी-फड़ से आमजन की फजीहत, नगर पालिका की पौ बारह

जागरण संवाददाता, कोटद्वार: नगर की सड़कों पर लगने वाली रेहड़ी-फड़ भले ही आमजन के लिए परेशानी का सबब बनी

By Edited By: Published: Tue, 24 May 2016 06:15 PM (IST)Updated: Tue, 24 May 2016 06:15 PM (IST)
रेहड़ी-फड़ से आमजन की फजीहत, नगर पालिका की पौ बारह

जागरण संवाददाता, कोटद्वार: नगर की सड़कों पर लगने वाली रेहड़ी-फड़ भले ही आमजन के लिए परेशानी का सबब बनी हों, लेकिन नगर पालिका के लिए यही रेहड़ी-फड़ किसी कामधेनु से कम नहीं। दरअसल, इन्हीं रेहड़ी-फड़ों की बदौलत नगर पालिका को प्रतिवर्ष लाखों का राजस्व बतौर तहबाजारी शुल्क के रूप में प्राप्त होता है। शहर की सड़कों पर लगातार बढ़ रही रेहड़ी-फड़ों के कारण राहगीरों को तो दिक्कतों का सामना करना ही पड़ता है, वाहन चालकों को भी जाम के झाम से जूझना पड़ता है। ऐसे में भले ही नगर पालिका को इनसे मोटा मुनाफा हो रहा हो, लेकिन आम जन की फजीहत भी तय है।

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नगर पालिका ने इस वर्ष तहबाजारी का ठेका 9.51 लाख रुपए में दिया है, जो कि गत वर्ष के मुकाबले 1.41 लाख रुपये अधिक है। ठेका लेने के बाद यह ठेकेदार अपने हिसाब से शुल्क वसूलते हैं। नगर पालिका के आंकड़ों पर नजर डालें तो रेहड़ी-फड़ लगाने के लिए पालिका की ओर से गत वर्ष 248 लाइसेंस जारी किए गए थे, जबकि वर्ष 2014-15 में पालिका ने 180 लाइसेंस जारी किए थे। नगर पालिका तहबाजारी की दरें जारी किए गए लाइसेंसों के आधार पर तय करती है, लेकिन धरातल पर स्थिति पूरी तरह उलट रहती है। वर्तमान में नगर क्षेत्र में लाइसेंस भले ही 248 जारी हों, लेकिन नगर की सड़कों में पांच सौ से अधिक रेहड़ी-फड़ें लगी रहती है।

यह होती है परेशानियां

नगर की सड़कों पर रेहड़ी-फड़ लगने से जहां एक ओर यातायात के संचालन में परेशानी होती है, वहीं फुटपाथों पर रेहड़ी-फड़ों का कब्जा होने से आम जन को परेशानियां झेलनी पड़ती हैं। यदा-कदा नगर पालिका की ओर से अतिक्रमण हटाओ अभियान के नाम पर इन रेहड़ी-फड़ों को हटाया जाता है, लेकिन अभियान दल के वापस लौटते ही स्थिति पूर्ववत हो जाती है। राज्य में लगे राष्ट्रपति शासन के दौरान प्रशासन ने इन रेहड़ी-फड़ संचालकों के खिलाफ सख्त रवैया अपनाते हुए उन्हें रेहड़ी-फड़ लगाने की निश्चित स्थान मुहैया करवा दिया, जिसके बाद हालातों में काफी सुधार आया, लेकिन राष्ट्रपति शासन हटने के बाद फिर स्थिति पुराने ढर्रे पर आने लगी है।

तहबाजारी से नगर पालिका को प्राप्त राजस्व (लाख रुपए में)

वर्ष राजस्व

2012-13 6.41

2013-14 8.25

2014-15 8.10 (दस माह अवधि)

2015-16 8.10 (दस माह अवधि)

2016-17 9.51

(आंकड़े नगर पालिका की ओर से जारी)

रेहड़ी-फड़ के लाइसेंस

वर्ष लाइसेंस

2012-13 82

2013-14 42

2014-15 180

2015-16 248

'पिछले दिनों चलाए गए अभियान के चलते अवैध रुप से रेहड़ी-फड़ लगाने वालों पर काफी नकेल कसी गई है। अभियान बदस्तूर जारी रहेगा व किसी भी सूरत में सड़कों पर अतिक्रमण नहीं होने दिया जाएगा।

अमरजीत कौर, अधिशासी अधिकारी, नगर पालिका, कोटद्वार'

'नगर की सड़कों पर अवैध रुप से रेहड़ी-फड़ लगाने की शिकायतें मिलती रहती हैं। पिछले दिनों चलाए गए अभियान के बाद लाइसेंसी रेहड़ी-फड़ वालों को स्थान मुहैया कराए गए हैं। सड़क पर रेहड़ी-फड़ लगाने वालों के खिलाफ कार्रवाई होगी।

जीआर बिनवाल, उपजिलाधिकारी, कोटद्वार'


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